उचित संतुलित आहार व नियमित व्यायाम से अवसाद को भगाएं दूर - डॉक्टर यशविन कंग
कोरोनाकाल में लोगों में मानसिक तनाव भी बढ़ा है। लोग मानसिक अवसादों से घिर गए हैं और मानसिक रोगों में 50 फीसदी बढ़ौतरी हुई है। लेकिन अन्य बीमारियों की रोकथाम में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए बरती जा रही सावधानियां कारगर भी साबित हो रही हैं।
नालागढ़, जेएनएन। कोरोनाकाल में लोगों में मानसिक तनाव भी बढ़ा है। लोग मानसिक अवसादों से घिर गए हैं और मानसिक रोगों में 50 फीसदी बढ़ौतरी हुई है। लेकिन अन्य बीमारियों की रोकथाम में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए बरती जा रही सावधानियां कारगर भी साबित हो रही हैं। संक्रमण, सांस, अस्थमा, खांसी आदि बीमारियों में बेशक गिरावट आई है, लेकिन संकट के इस दौर में मानसिक रोग भी बढ़े हैं। चिकित्सकों की माने तो तनाव को अपने ऊपर हावी न होने दें, अपितु बचाव के हर उपायों का अनुपालन करते हुए इससे लड़ाई लड़ें।
नालागढ़ अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉक्टर यशविन कंग ने कहा कि कोरोना के इस दौर में मानसिक तनाव के रोगियों में 50 फीसदी इजाफा हुआ है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह इसे अपने दिलों दिमाग पर हावी न होने दें, अपितु अच्छा खानपान, व्यापक रूप से योग व व्यायाम को तरजीह दें और अपने ध्यान को पूजा पाठ व क्रिएटिव कार्य करने में लगाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना किसी के घर नहीं आएगा, अपितु घर से बाहर जाने के बाद ही इसकी संभावनाएं हैं, लेकिन इससे घबराएं नहीं, अपितु बचाव के उपायों को पूरी तरह से अपनाएं।
उन्होंने कहा कि प्रकृति में विभिन्न तत्व व उपाय विद्यमान है, जिनसे हम अपने शरीर की रोग- प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। ताकि हम किसी भी जीवाणु या विषाणु का मुकाबला कर सकें। उचित संतुलित आहार, नियमित व्यायाम,उचित शारीरिक वजन, पर्याप्त निद्रा, मानसिक तनाव से बचाव, धूमपान, शराब, व नशीली दवाइयों के सेवन से दूर रहकर, बार-बार हाथ धोकर हम अपनी रोग- प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं।