Ganesh Chaturthi 2021:जोगेंद्रनगर में पूजा अर्चना के साथ विराजमान हुए गणपति, बप्पा मोर्या के जयघोष से गूंजा शहर
वीरवार सुबह करीब दस बजे शहर के पुराने पंजाब नैशनल बैंक के नजदीक सजे पंडाल से शुरू हुई। गणपति की शोभा यात्रा पूरे शहर की परिक्रमा कर ठीक 11बजे पूरे लशकर के साथ वापिस पंडाल पंहुची यहां पूजा अर्चना के साथ गणपति की आरती उतारी गई।
जोगेंद्रनगर,राजेश शर्मा। जोगेंद्रनगर में भव्य शोभा यात्रा के साथ गणपति विराजमान हो गए हैं। इस दौरान शहर बप्पा मोर्या के जयघोष से गूंज उठा। वीरवार सुबह करीब दस बजे शहर के पुराने पंजाब नैशनल बैंक के नजदीक सजे पंडाल से शुरू हुई गणपति की शोभा यात्रा पूरे शहर की परिक्रमा कर ठीक 11बजे पूरे लशकर के साथ वापिस पंडाल पंहुची यहां पूजा अर्चना के साथ गणपति की आरती उतारी गई साथ गणपति की मूर्ति की स्थापना की गई।
गणेश सेवा समिति के अध्यक्ष विवेक वालिया ने बताया कि गणेश महोत्सव दस दिनों तक चलेगा। 17 सिंतबर को महाआरती उतारी जायेगी 19 सितंबर को बडोन सिथत खड्ड में गणपति विर्सजित होगा। रोजाना सैकडों श्रद्धालु राजनेता और नामी हस्तियां शीश नवाज कर विध्न हरता गणेश का आशीर्वाद हासिल करेगें। उपमंडल जोगेंद्रनगर में पांच से अधिक जगहों पर गणेश महोत्सव हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। इनमें शहर के मुख्य बाजार, पुराना पंजाब नैशनल बैंक के नजदीक और रामलीला मैदान में गणेश पूजा के चलते आकर्षक पंडाल स्थापित किए गए हैं। जहां पर गणेश महोत्सव की धूम रहेगी। इसके अलावा क्षेत्र के हराबाग, चैंतड़ा, सुकाबाग में भी गणेश चतुर्थी हर्षोल्लास के साथ मनाई जाएगी। सुरक्षा के चलते पुलिस और प्रशासन ने भी पुख्ता प्रबंध किए हैं। रोजाना रात्रिकालीन संध्याओं के लिए प्रदेश के सुप्रसिद्ध भजन गायकों को भी आमंत्रित किया गया है।
यह है गणेश चतुर्थी का महत्व
सर्वाधिक विविधतापूर्ण आकृतियों में पूजे जाने वाले गजानन महाराज भारतीय समाज में बेहद गहराई से पैठे हुए हैं। हम सभी पर ऐसे सार्वदेशिक लोकप्रिय देवता गजानन महाराज की कृपादृष्टि हमेशा बनी रहे और विघ्नहर्ता के आशीर्वाद से हमारे जीवन की सारी विघ्नबाधाएं दूर हो जाएं ऐसी प्रार्थना के साथ विघ्नहर्ता गणेश का दस दिवसीय जन्मोहत्सव भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी में समूचे प्रदेश और देश में मनाया जाता है। भले ही इस आयोजन का शुभारंभ लोकमान्य बालगंगाधर तिलक ने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान महाराष्ट्रसे किया था। लेकिन आज यह महोत्सव पूरे देश और प्रदेश में मनाया जा रहा है।