शहीद सुरेंद्र ढटवालिया की अंत्येष्टि; बेटियों ने दी मुखाग्नि, भारत माता की जय से गूंजा गांव
Funeral of Martyr Surendra Dhatwalia जिला हमीरपुर की सठवीं पंचायत के गांव निचली सठवीं के जांबाज सुरेंद्र ढटवालिया की अंत्येष्टि श्मशानघाट झोरघाट में राष्ट्रीय सम्मान के साथ की गई। वीरवार देर रात फूलों से सजे सेना के विशेष वाहन में तिरंगे में लिपटी शहीद की पार्थिव देह पहुंची।
बड़सर, संवाद सहयोगी। Funeral of Martyr Surendra Dhatwalia, जिला हमीरपुर की सठवीं पंचायत के गांव निचली सठवीं के जांबाज सुरेंद्र ढटवालिया की अंत्येष्टि शुक्रवार को उनके पैतृक गांव स्थित श्मशानघाट झोरघाट में राष्ट्रीय सम्मान के साथ की गई। वीरवार देर रात फूलों से सजे सेना के विशेष वाहन में तिरंगे में लिपटी शहीद की पार्थिव देह जैसे ही ग्राम पंचायत सठवीं में पहुंची तो माहौल गमगीन हो गया। इस दौरान मां कैहरो देवी, पत्नी नीलम व उनकी बेटियां विशाखा व शगुन शहीद को तिरंगे में लिपटा देख जोर-जोर से रोने लगे।
शुक्रवार सुबह आठ बजे शहीद की अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग 'भारत माता की जयÓ और 'शहीद अमर रहेÓ के नारे लगाते चले। 10 बजे के करीब अंतिम संस्कार की रस्में पूरी हुईं और दोनों बेटियों विशाखा व शगुन ने मुखाग्नि दी। पार्थिव देह लेकर नौसेना से आए अधिकारियों ने शहीद की पत्नी नीलम को राष्ट्रीय ध्वज सौंपा। इस दौरान सेना की टुकड़ी ने हवाई फायर कर श्रद्धांजलि दी।
ज्ञात हो कि भारतीय नौसेना में मुंबई आइएनएस रणवीर युद्धपोत पर तैनात जांबाज मास्टर चीफ पेटी आफिसर (एमसीपीओ) द्वितीय श्रेणी सुरेंद्र सिंह ने गत मंगलवार को युद्धपोत पर हुए धमाके के दौरान शहादत पाई थी। अंतिम विदाई के दौरान सैन्य अधिकारियों के साथ-साथ जिला प्रशासन की तरफ से अतिरिक्त उपायुक्त जितेंद्र सांजटा, अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक विजय सकलानी, एसडीएम बड़सर शशिपाल, डीएसपी बड़सर शेर सिंह, एसएचओ बड़सर मस्तराम, बीडीओ बिझड़ी हरिराम, विधायक बड़सर इंद्रदत्त लखनपाल, पूर्व विधायक बलदेव शर्मा, हिमाचल प्रदेश कल्याण बोर्ड अध्यक्ष राकेश बबली सहित लोग उपस्थित रहे।