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कैंसर पीडि़त बेटी के इलाज के नाम पर पैसे मांग महिला प्रेमी के साथ कर रही थी ऐश, इस तरह हुआ खुलासा

जोगेंद्रनगर उपमंडल की कधार पंचायत के भौरधार गांव में कैंसर से पीडि़त लड़की की मदद के नाम पर लोगों से उगाही की जा रही थी।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Wed, 06 Nov 2019 04:34 PM (IST)Updated: Wed, 06 Nov 2019 04:34 PM (IST)
कैंसर पीडि़त बेटी के इलाज के नाम पर पैसे मांग महिला प्रेमी के साथ कर रही थी ऐश, इस तरह हुआ खुलासा
कैंसर पीडि़त बेटी के इलाज के नाम पर पैसे मांग महिला प्रेमी के साथ कर रही थी ऐश, इस तरह हुआ खुलासा

पद्धर, आशीष भोज। जोगेंद्रनगर उपमंडल की कधार पंचायत के भौरधार गांव में कैंसर से पीडि़त लड़की की मदद के नाम पर लोगों से उगाही की जा रही थी। लड़की की मां जिस शख्स के साथ जोगेंद्रनगर बाजार में धरने पर बैठकर भीख मांग रही थी। वह शख्स उसका पति नहीं प्रेमी निकला। महिला के पति की सात साल पहले मौत हो चुकी है। जो शख्स महिला का पति बन कर जोगेंद्रनगर में अपना नाम ब्रह्स्तु बताता है, उसका असली नाम राजू है, जो मूलत: नेपाल निवासी है। दोनों प्रेमी प्रेमिका कैंसर पीडि़ता के इलाज को लेकर संवेदना प्रकट कर लोगों से लगभग तीन लाख से अधिक रकम की उगाही कर चुके हैं।

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दिन भर भीख मांगने के बाद शाम को दोनों शराब पीते हैं। गांव में इस जोड़े की हरकत से अन्य ग्रामीण भी परेशान हैं। यही नहीं पीडि़त इसी माह अठारह वर्ष की आयु पूरी कर बालिग हो गई है। उसकी नाबालिग उम्र में ही तीन बार शादी हो चुकी है। बारह साल की उम्र में उसकी पहली शादी जोगेंद्रनगर के द्रहल में हुई, जहां से नाबालिग पति को छोड़ कर मायके आ गई थी। फिर जबरन दूसरी शादी चौहारघाटी की धमच्याण पंचायत के शालू पद्धर गांव में करवाई, वहां से भी नाबालिग वापस आ गई। अब तीसरी शादी मंडी जिला के कोटली में हुई,  लेकिन वह क्षय रोग की शिकार हो गई और समय रहते उपचार न मिलने पर टीबी बिगड़ कर पीडि़ता कैंसर का शिकार हो गई है।

कौन है नेपाली राजू और क्या करता है

बदारी देवी का कहना है कि पति के मरने के बाद उसकी मुलाकात राजू नाम के शख्स से हुई। जो पद्धर बाजार में सफाई कर्मी था। दोनों को पहली मुलाकात में प्यार हो गया। दोनों का कहना है कि उन्होंने वैष्णो माता मंदिर नारला में शादी की रस्म पूरी की है, लेकिन ग्राम पंचायत कधार के रिकाॅर्ड में बदारी देवी विधवा है। राजू नाम का यह नेपाली शख्स इससे पहले उरला पंचायत के खाभल गांव में दिव्यांग दंपती बुधु राम और टाटी की बेटी से शादी रचा चुका है, जहां इसकी दो बेटियां भी हैं। आजकल महिला और बेटियों का कोई अता पता नहीं है। कैंसर से पीडि़त बेटी के इलाज के नाम पर दोनों पिछले दो साल से इसी तरह धन उगाही करते आ रहे हैं। जबकि बेटी का कोई उपचार नहीं किया गया, जिसकी हालत अब नाजुक है।

समाजसेवी संजय शर्मा गांव पहुंचे तो हुआ खुलासा

धर्मशाला के समाजसेवी संजय शर्मा भौरधार पहुंचे, जहां महिला और राजू की शराब की महफिल सजी हुई थी। मदद के लिए पहुंचे संजय शर्मा ने जब पूछताछ शुरू की तो दोनों ने चंदा मांग लाखों रुपये इक्‍ट्ठा करने की बात कबूल की। यह भी कबूल किया कि दोनों नशे के आदी हैं और रोज पीते हैं। राजू नेपाली के पास आधार कार्ड या कोई पहचान पत्र नहीं है। महिला का कहना है जोगेंद्रनगर में दो दिन में आठ हजार रुपये भीख मांग कर इक्‍ट्ठा किए। बैंक पासबुक की पड़ताल पर मात्र सात हजार बैंक में जमा हैं। समाजसेवी संजय शर्मा ने कहा कि यह जांच का विषय है। नाबालिगा की तीन शादियां किसने करवाई जांच की जाए।

महिला पंचायत रिकाॅर्ड में विधवा है। सरकार और प्रशासन द्वारा मकान, शौचालय आदि तमाम सुविधाएं दी गई हैं, जबकि महिला का दिव्‍यांग पास बना हुआ है। महिला ने दारू पीकर गांव में भी शोर शराबा मचाया होता है, इससे ग्रामीण भी परेशान हैं। -रघुनाथ, प्रधान ग्राम पंचायत कधार।

प्रशासन ने भौरधार गांव में टीम भेज मामले की जांच पूरी कर ली है। रिपोर्ट उपायुक्त को भेज दी है। जांच में चौंकाने वाले तथ्य उजागर हुए हैं। पंचायत प्रतिनिधि की रिपोर्ट के अनुसार दोनों बेटी के इलाज के नाम पर पैसे उगाहते हैं, जबकि कोई इलाज नहीं किया गया है। प्रशासन अब मामले पर गंभीर है, पीडि़त लड़की का इलाज करवाया जाएगा। -विचित्र सिंह, तहसीलदार जोगेंद्रनगर


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