साइबर ठगों के निशाने पर प्रसूता महिलाएं, अनुदान राशि की जानकारी के नाम पर ठगी; पढ़ें खबर
साइबर ठग पीएफएम योजना के तहत प्रसूता महिलाओं को मिलने वाली अनुदान राशि के जाल में फंसाकर उनके व उनके स्वजनों के खातों पर हाथ साफ कर रहे हैं।
जसूर, अश्वनी शर्मा। साइबर ठगों के निशाने पर अब प्रसूता महिलाएं आ गई हैं। आए दिन साइबर ठग पीएफएम योजना के तहत प्रसूता महिलाओं को मिलने वाली अनुदान राशि के जाल में फंसाकर उनके व उनके स्वजनों के खातों पर हाथ साफ कर रहे हैं। ताजा मामला फतेहपुर तहसील की पूजा देवी के स्वजनों के साथ पेश आया है। साइबर ठग ने पूजा के पति के खाते से 14,600 की राशि पर हाथ साफ कर लिया है।
बलदेव सिंह निवासी झुम्ब तहसील फतेहपुर ने बताया कि उनकी बहू गर्र्भवती थी। उसे आठ अक्टूबर, 2019 को पठानकोट सिविल अस्पताल में पुत्र हुआ। इसके चलते उसे पीएफएम योजना के तहत अनुदान राशि मिलनी थी। 28 जनवरी को एक व्यक्ति जोकि चंडीगढ़ से अपने आप को उच्च अधिकारी बता रहा था, का 7543964689 नंबर से फोन आया कि केंद्र सरकार की योजना के तहत प्रसूता पूजा देवी के खाते में राशि भेजनी है, इसलिए आप अपना खाता नंबर दें। उन्होंने खाता नंबर दे दिया।
इसके बाद उक्त व्यक्ति का फिर फोन आया और कहा कि एटीएम कार्ड का नंबर भी दो, लेकिन उसका एटीएम नहीं था। इसके बाद उक्त व्यक्ति ने कांफ्रेंस कॉल के जरिए महिला के पति जङ्क्षतदर का एटीएम नंबर लेने के बाद ठगी का खेल शुरू कर दिया। उक्त व्यक्ति ने खाते से चार बार 10,000, 2,000, 2,000 और फिर 600 रुपये राशि निकाल ली।
जतिंदर के होश तब फाख्ता हो गए जब वह वीरवार को पीएनबी की शाखा में अपने खाते को जांचने पहुंचा। तब उसे पता चला कि उसके खाते से 14600 की राशि उड़ा ली गई है और मात्र 88 रुपये ही बचे हैं। बलबंत और उसका बेटा मजदूरी करते हैं। बेटे ने बड़ी मुश्किल से उक्त राशि जमा की हुई थी। बीते दिन उपमंडल नूरपुर के जौंटा क्षेत्र के सुजंता गांव और रिन्ना गांव की भी प्रसूता महिलाओं को भी ठगी का शिकार बनाया गया है। बलबंत ङ्क्षसह ने सरकार से मांग की है कि भोले-भाले ग्रामीण लोगों से हो रही इस ठगी को रोका जाए।
जागरूकता अभियानों की खुल रही पोल
बैंक प्रबंधन लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार अभियान चला रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद लोगों का लुटना जागरूकता कार्यक्रमों की पोल खोल रहा है। सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि साइबर ठगों को महिला के प्रसूता होने की जानकारी कैसे हासिल हो रही है।
अज्ञात लोगों को खाते व एटीएम की जानकारी न दें
पुलिस अधीक्षक कांगड़ा विमुक्त रंजन ने कहा कि साइबर ठगी के संबंध में लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। इसके बावजूद लोग अपने एटीएम व खातों की जानकारी अज्ञात लोगों को दे रहे हैं, जो कि सही नहीं है। हमेशा ऐसे लोगों से सावधान रहें।