राकेश पठानिया का निशाना, मुकेश को अपने ही विधायक नेता मानने से करते हैं परहेज, पढ़ें पूरा मामला
Rakesh Pathania Hit Mukesh Agnihotri नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के बयान पर वन मंत्री राकेश पठानिया ने कहा सरकार ने शीतकालीन सत्र को अधिकांश विधायकों की सहमति से ही धर्मशाला में आयोजित न करवाने का फैसला लिया है।
धर्मशाला/शिमला, जेएनएन। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के बयान पर वन मंत्री राकेश पठानिया ने कहा सरकार ने शीतकालीन सत्र को अधिकांश विधायकों की सहमति से ही धर्मशाला में आयोजित न करवाने का फैसला लिया है। हिमाचल सरकार मुकेश अग्निहोत्री को नेता प्रतिपक्ष के रूप में मान्यता देती है लेकिन लगता है उनका अपना दल ही उन्हें अपना नेता मानने से परहेज करता है। राकेश पठानिया ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस के अधिकांश विधायक लोकहित को ध्यान में रखते हुए शीतकालीन सत्र को रद करने की मांग कर रहे थे। वहीं नेता प्रतिपक्ष सरकार को उकसाने और बेतुके आरोप लगाने में व्यस्त हैं।
सरकार ने धर्मशाला के तपोवन में शीतकालीन सत्र को रद करने का निर्णय लिया है। शिमला में सत्र बुलाना आसान है, जबकि धर्मशाला में हर साल सभी प्रबंध नए सिरे से करने पड़ते हैं। नेता प्रतिपक्ष की अपने दल में उपयोगिता इससे जाहिर होती है कि कांगड़ा में पूर्व मंत्री जीएस बाली के घर पर आयोजित बैठक से वह अनुपस्थित थे, जबकि प्रदेश अध्यक्ष सहित कांग्रेस के अन्य प्रमुख नेता वहां थे।