डेढ़ साल के मासूम को उठाने वाले तेंदुए की धरपकड़ के लिए वन विभाग ने बिछाया जाल, पढ़ें पूरा मामला
Leopard Attacks उपमंडल चौपाल की रुसलाह पंचायत में आदमखोर हो चुके मादा तेंदुए को पकडऩे के लिए आखिर वन विभाग ने कसरत शुरू कर दी है। उल्लेखनीय है कि रुसलाह से लेकर देवत पंचायत के मटलाना गांव तक इस तेंदुए की दो साल से दहशत है।
नेरवा, जेएनएन। उपमंडल चौपाल की रुसलाह पंचायत में आदमखोर हो चुके मादा तेंदुए को पकडऩे के लिए आखिर वन विभाग ने कसरत शुरू कर दी है। उल्लेखनीय है कि रुसलाह से लेकर देवत पंचायत के मटलाना गांव तक इस तेंदुए की दो साल से दहशत है। यह तेंदुआ इस क्षेत्र में दो साल में दर्जनों पालतू पशुओं को अपना शिकार बना चुका है। शनिवार की रात तो इसने रुसलाह के शेइला गांव में एक डेढ़ वर्षीय बच्चे को ही उठा डाला। इस दर्दनाक घटना के बाद विभाग की टीम हरकत में आई और वन मंडलाधिकारी अवनि भूषण राय के नेतृत्व में सोमवार को प्रभावित गांव का दौरा कर आदमखोर के संभावित आने जाने वाले रास्तों पर दो ट्रैप कैमरा व उसे पकडऩे के लिए एक पिंजरा लगा दिया है।
विभाग ने पीडि़त परिवार को दी एक लाख की सहायता राशि
वन मंडल अधिकारी अवनि भूषण राय ने विभाग की ओर से पीडि़त परिवार को 50-50 हजार रुपये की दो किश्तों में क्रमश: रविवार व सोमवार को एक लाख रुपये की राशि बतौर मुआवजा प्रदान की। उधर, गांववासियों ने आदमखोर हो चुके तेंदुए को पकडऩे के लिए वन विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई का स्वागत किया है एवं इसके लिए डीएफओ चौपाल अवनि भूषण राय का आभार भी व्यक्त किया है।
ट्रैप कैमरा व पिंजरा लगाया
वन मंडल अधिकारी अवनि भूषण राय का कहना है वन विभाग ने आदमखोर तेंदुए के संभावित रास्तों पर दो ट्रैप कैमरा लगाए हैं व उसे पकडऩे के लिए एक पिंजरा लगा दिया है। भविष्य में दो पिंजरे व कुछ ट्रैप कैमरा लगाने भी प्रस्तावित हैं।