आरोप, ज्वालामुखी के लुथान में वन विभाग ने निजी भूमि से काट लिए पेड़, जमीन की पैमाइश को लेकर विवाद
ज्वालामुखी की पंचायत लुथान निवासी दिलबाग सिंह ने वन विभाग के कर्मचारियों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने क्षेत्र में गौ सेंचुरी के लिए बनाए जा रहे मार्ग के लिए उनकी निजी भूमि से कुछ पेड़ काट लिए हैं और उनकी लकड़ी को ट्रैक्टरों में डालकर ले गए हैं
ज्वालामुखी, संवाद सहयोगी। विधानसभा क्षेत्र ज्वालामुखी की पंचायत लुथान निवासी दिलबाग सिंह ने वन विभाग के कर्मचारियों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने क्षेत्र में गौ सेंचुरी के लिए बनाए जा रहे मार्ग के लिए उनकी निजी भूमि से कुछ पेड़ काट लिए हैं और उनकी लकड़ी को ट्रैक्टरों में डालकर ले गए हैं, जबकि कुछ लकड़ी उन्होंने रामलीला विचित्र मैदान में उतरवा ली है। उन्होंने कहा उनकी मंजूरी के बिना निजी भूमि से पेड़ काट लिए गए हैं। इसकी शिकायत उन्होंने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1100 पर भी की है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और वन विभाग के अधिकारियों से आग्रह किया है कि उनके साथ न्याय किया जाए। इस मामले की जांच करवाई जाए और उनकी निजी भूमि से काटे गए पेड़ों की लकड़ी उन्हें लौटाई जाए। क्षेत्र की वन रक्षक शमा देवी ने बताया राजस्व विभाग के कानूनगो से वन विभाग ने पैमाइश करवाई है और जिस भूमि से पेड़ काटे गए हैं। वह सरकारी भूमि है परंतु दिलबाग सिंह ने गाड़ी से लकड़ी उतरवा ली है और वही रामलीला मैदान में खुले में पड़ी है।
यदि कहीं यह लकड़ी गुम होगी तो उसकी जिम्मेवारी भी दिलबाग सिंह की होगी। उन्होंने कहा वे राजस्व विभाग से पैमाइश करवाएं, यदि उनकी निजी भूमि से पेड़ कटे हुए होंगे तो उनको वापस लौटा दिए जाएंगे। लेकिन वन विभाग ने जो पैमाइश करवाई है, उसके अंतर्गत भूमि सरकार की है। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में जो शिकायत की है उसका जवाब उन्होंने वन परिक्षेत्र अधिकारी ज्वालामुखी को दे दिया है।