हिमाचल में नशे की तस्करी करने में विदेशी नागरिक और महिलाएं भी पीछे नहीं, देखिए आंकड़ा
Drugs in Himachal हिमाचल प्रदेश में नशे की तस्करी में स्थानीय पुरुष ही नहीं विदेशी नागरिक औ महिलाएं भी पीछे नहीं हैं।
कुल्लू, दविंद्र ठाकुर। हिमाचल प्रदेश में नशे की तस्करी में स्थानीय पुरुष ही नहीं विदेशी नागरिक औ महिलाएं भी पीछे नहीं हैं। कुल्लू घाटी की मनोरम वादियां इन दिनों नशे के कारोबार का गढ़ बन गई हैं। साल दर साल बढ़ रहे नशे के कारोबार में न केवल स्थानीय लोग जुड़े हैं बल्कि यह यूरोप तक फैलता जा रहा है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 2014 से अब तक चरस सहित पकड़े गए 35 विदेशियों को सलाखों के पीछे डाला गया है। अब तक 811 मामले दर्ज कर 982 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें 51 महिलाएं भी शामिल हैं।
पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने टीम सहित सबसे बड़ी कार्रवाई मणिकर्ण घाटी में की है। एक नवंबर को 31 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक सप्ताह में दो ठेकेदारों को भी सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है। जिला कुल्लू में कुछ लोग रातों-रात अमीर बनने की चाह में नशे का कारोबार करते हैं। इसके लिए विदेशी उन्हें मोटी रकम देते हैं। पुलिस के मुताबिक कुल्लू घाटी में 50 हजार एकड़ जमीन में चरस की खेती होती है। मणिकर्ण घाटी में विदेशी इस काम को बड़े पैमाने पर अंजाम देते हैं। यह घाटी विदेशियों की पनाहगाह बन गई है और वे यहां महीनों तक डेरा जमाए रहते हैं।
यहां पर हर पूर्णिमा को रेव पार्टियां भी करवाई जाती हैं। मलाणा क्रीम नामक चरस विदेशियों को बड़ी संख्या में यहां खींच लाती है। बताया जाता है कि मणिकर्ण घाटी में ही मलाणा क्रीम नामक चरस तैयार होती है। नशे का कारोबार करते कई विदेशी कुल्लू में ही बस गए हैं। चरस को यहां से इस्राइल, इटली, हॉलैंड व अन्य यूरोपीय देशों को भेजा जाता है। कई विदेशी हिमाचल की जेलों में बंद हैं। यहां नशे का सेवन करने दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा से युवा आते हैं।
2014 से अब तक दर्ज केस व गिरफ्तार आरोपित
वर्ष,केस, कुल गिरफ्तार, विदेशी, भारतीय
2014,103, 122, 13,109
2015,120, 147, 06,141
2016,122,142, 06,136
2017,134,176, 05,171
2018,165,199,05,194
2019,167,196,01,229
जिला कुल्लू में चरस, हेरोइन आदि नशे के कारोबार पर लगाम लगाने के लिए अभियान लगातार जारी है। लोगों से आग्रह है कि वे नशे का कारोबार करने वालों की सूचना पुलिस को दें ताकि इसे जड़ से समाप्त किया जा सके। -गौरव सिंह, पुलिस अधीक्षक कुल्लू।