Shimla Fire Incident: कोटखाई में भयंकर अग्निकांड में बुजुर्ग महिला की मौत, छह मकान जले
Shimla Fire Incident जिला शिमला के कोटखाई क्षेत्र की रामनगर पंचायत में रात करीब ढाई बजे भयंकर आग भड़क गई। भयंकर अग्निकांड में एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई और छह घर इसकी चपेट में आ गए। अग्निशमन विभाग को इसकी सूचना सुबह साढ़ तीन बजे के करीब मिली।
शिमला, जेएनएन। Shimla Fire Incident, जिला शिमला के कोटखाई क्षेत्र की रामनगर पंचायत में रात करीब ढाई बजे भयंकर आग भड़क गई। भयंकर अग्निकांड में एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई और छह घर इसकी चपेट में आ गए। अग्निशमन विभाग को इसकी सूचना सुबह साढ़ तीन बजे के करीब मिली। आग लगने के बाद दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। आग बुझाने की कोशिश शुरू की गई। बेकाबू आग को काबू नहीं किया जा सका। इसके बाद गांव वाले घर से निकले और आग बुझाने में लग गए। अग्निशमन विभाग के प्रभारी केसर सिंह ने बताया कि उन्हें आग लगने की सूचना सुबह करीब 3.22 पर मिली। इसके बाद वे घटनास्थल पर पहुंचे तथा आग को नियंत्रण में लाया गया।
उन्होंने कहा कि एक 70 वर्षीय महिला आग के मलबे के नीचे दब गई और उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि आग लगने का कारण और नुकसान अभी तक पता नहीं चल पाया है। महिला घर पर अकेली ही रहती थी। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।
इनके घर हुए राख
इस आग की घटना में प्रभु दयाल, बिमला देवी, राजेश कुमार, जय लाल, देवी सिंह और जय किशन के मकान पूरी तरह से राख हो गए हैं। प्रशासन की ओर से इनके रहने की व्यवस्था की जा रही है।
सीएम और विधायक ने जताया दुख
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आगजनी में मकानों के राख होने और वृद्ध महिला की मौत पर दुख जताया है। अपने संदेश में में मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन को प्रभावित परिवारों को फोरी राहत प्रदान करने के आदेश दिए गए हैं। जुब्बल-कोटखाई के विधायक नरेंद्र बरागटा ने भी आग की घटना पर दुख व्यक्त किया और प्रभावित परिवारों को मदद का आश्वासन दिया है।
पूर्व विधायक ने भी जताया दुख
जुब्बल कोटखाई के पूर्व विधायक व पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रोहित ठाकुर ने आगजनी की इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। उन्होंने प्रशासन द्वारा प्रभावितों को फ़ौरी राहत राशि व रहने की वैकल्पिक व्यवस्था और राशन उपलब्ध करवाने की मांग की हैं। उन्होंने सरकार से अग्नि प्रभावितों को आपदा राहत कोष के साथ-2 मुख्यमंत्री राहत कोष से भी आर्थिक सहायता शीघ्र-अति-शीघ्र देने की मांग की हैं।
महिला की मौत व करोडों के नुकसान का अनुमान
अग्निकांड में बुजुर्ग महिला की मौत के अलावा करोड़ों रुपये की संपित्त राख हो गई है। बताया जा रहा है कि आग की शुरुआत बुजुर्ग महिला के घर से ही हुई थी, जिस कारण उन्हें नहीं बचाया जा सका। प्रशासन व पुलिस मौके पर हैं। करीब नौ घंटे बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका। अभी भी आग सुलग रही है।
पहाडी इलाकों में क्यों लगती है आग
कोटखाई पहाड़ी क्षेत्र है और यहां ज्यादातर मकान लकड़ी के बने हुए हैं। इस कारण एक मकान से उठी चिंगारी ने छह आशियाने राख कर दिए। हिमाचल में अकसर देखा जाता है कि पहाड़ी क्षेत्र में घरों में आग लगने के ज्यादा मामले सामने आते हैं, इसका कारण लकड़ी से बने मकान ही हैं। इसके अलावा रसोई भी घर के अंदर ही होती है व ठंड से बचने के िलिए कमरों में अलाव जलाए जाते हैं। इस कारण जरा सी लापरवाही कई आशियानों काे पलभर में राख कर देती है।
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