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जहरीली शराब कांड: नकली शराब की दूर से पहचान, फिर भी लोग बनते अनजान

Poisonous Liquor Scandal मंडी में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत होने के बाद प्रदेश में नकली शराब बनाने और बेचने की बात सामने आई है लेकिन जिला मुख्यालय धर्मशाला में यह कोई नई बात नहीं है। यहां वर्षों से नकली शराब बेचने का धंधा चल रहा है।

By Virender KumarEdited By: Published: Mon, 24 Jan 2022 06:30 AM (IST)Updated: Mon, 24 Jan 2022 08:14 AM (IST)
जहरीली शराब कांड: नकली शराब की दूर से पहचान, फिर भी लोग बनते अनजान
कुछ रुपये बचाने के लिए नकली शराब पी रहे लोग। जागरण आर्काइव

धर्मशाला, मुनीष गारिया। Poisonous Liquor Scandal, जिला मंडी में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत होने के बाद प्रदेश में नकली शराब बनाने और बेचने की बात सामने आई है, लेकिन जिला मुख्यालय धर्मशाला में यह कोई नई बात नहीं है। यहां वर्षों से नकली शराब बेचने का धंधा चल रहा है। ऐसा भी नहीं है कि स्थानीय लोगों को इसके बारे में कुछ पता नहीं है। बावजूद इसके कुछ रुपये बचाने के चक्कर में यह लोग नकली शराब खरीदकर पीते हैं और अपनी जान जोखिम में डालते हैं।

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मंडी मामले में पालमपुर और बैजनाथ से गिरफ्तार किए दो आरोपितों के बाद कांगड़ा पुलिस भी सक्रिय हो गई है। कांगड़ा पुलिस को नकली शराब गिरोह की ओर से कांगड़ा भेजी गई करीब 450 पेटियों में से एक ही पेटी बरामद हुई है। शेष नकली शराब का अभी तक पता नहीं चल पाया है।

इस बात का भी पता चला है कि सिर्फ देसी ही नहीं, बल्कि अंग्रेजी ब्रांड के नाम पर भी नकली शराब बेची जाती है। कई ठेकों में अंग्रेजी ब्रांड की शराब की पेटी में एक एक हजार रुपये कम कर दिए जाते हैं। सूत्रों के अनुसार अक्टूबर में धर्मशाला में एक युवक ने घर में एक समारोह के लिए अंग्रेजी शराब की पेटी का पता किया। उसे पेटी का भाव 5800 रुपये बताया गया। बाद में एक व्यक्ति ने उसे बताया कि इसी ब्रांड की पेटी शहर के साथ लगते एक ठेके में 4300 रुपये में मिल जाएगी। इसका सीधा अर्थ है कि शराब ठेकों में भी असली-नकली का खेल होता है।

दो ब्रांड के नाम पर बिक रही नकली शराब

धर्मशाला शहर में देसी शराब संतरा के नाम पर नकली शराब भी मिलती है। इसकी बोतल असली शराब की तरह ही होती है और ब्रांड भी वही होता है। हालांकि शराब नकली होती है। इस बात का पूरे शहर का पता है और क्षेत्र के लोगों ने इसे इसकी सप्लाई करने वाले व्यक्ति की जाति के नाम पर कर दिया है। सामान्य तौर पर शराब ठेकों में देसी शराब संतरा की बोतल 200 रुपये के मिलती है। वहीं नकली शराब संतरा या ऊना नंबर वन की बोतल 140-150 रुपये में बेची जाती है। एक बोतल में 50 से 60 रुपये की रियायत देख लोग अपनी जान को खतरे में डालते हैं।


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