फर्जी डिग्री मामला: राजस्थान से जांच कर लौटी टीम क्वारंटाइन, कुछ दिन तक जांच पर लगी ब्रेक
Fake Degree Case कोरोना वायरस से बचाव के नियमों के कारण फर्जी डिग्री मामले की जांच प्रभावित हो गई है।
शिमला, जेएनएन। कोरोना वायरस से बचाव के नियमों के कारण फर्जी डिग्री मामले की जांच प्रभावित हो गई है। संकटकाल में भी प्रदेश पुलिस के अधिकारियों, कर्मियों ने राजस्थान तक में जांच का साहस जुटाया। कई दिन तक माधव विश्वविद्यालय में दबिश देते रहे। अहम रिकॉर्ड कब्जे में लिया। लेकिन, अब अगली कार्रवाई पर फिलहाल विराम लग गई है। विशेष जांच दल (एसआइटी) के दो प्रमुख सदस्यों एएसपी डॉ. शिव कुमार, डीएसपी रमेश शर्मा समेत उनके साथ कई कर्मचारियों के क्वारंटाइन होने के कारण जांच की रफ्तार को भी ब्रेक लग गया है।
दो व्यक्तियों को पूछताछ के लिए सोलन बुलाया था, ये भी क्वारंटाइन किए गए हैं। जांच अधिकारियों से लेकर मुख्य आरोपित तक सब क्वारंनटाइन किए हैं। मुख्य आरोपित राजकुमार राणा अब न्यायिक हिरासत में हैं। छह दिन तक पुलिस रिमांड पर रहा था। क्वारंटाइन अवधि पूरी होने के बाद पुलिस उसका कोर्ट से दोबारा रिमांड मांग सकती है। इस बीच एसआइटी के मुखिया और सोलन के एसपी अभिषेक यादव खुद इस पर पैनी निगाहें रखे हुए हैं। उनके निर्देश पर ही जांच टीम राजस्थान के माउंटआबू गई थी।
एएसपी डॉ. शिवकुमार,डीएसपी रमेश शर्मा ने बताया कि वे क्वारंटाइन नियमों की पालना कर रहे हैं। जल्द ही कब्जे में लिए गए रिकॉर्ड को खंगाला जाएगा। केस की जांच गति को शीघ्र ही तेज किया जाएगा। अभी हरियाणा के किसी भी व्यक्ति की नई गिरफ्तारी नहीं हुई। दो लोगों को पूछताछ के लिए जरूर बुलाया था।