केंद्रीय विश्वविद्यालय की नियुक्तियों में नियम दरकिनार : बाली
पूर्व परिवहन मंत्री जीएस बाली ने जिला कांगड़ा में स्थापित केंद्रीय विश्वविद्यालय में होने वाली नियुक्तियों पर सरकार को आड़े हाथों लिया।
संवाद सूत्र, कांगड़ा : पूर्व परिवहन मंत्री जीएस बाली ने केंद्रीय विश्वविद्यालय में हो रही नियुक्तियों में नियमों को दरकिनार करने का आरोप लगाया है। शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि जिस विश्वविद्यालय का नींव पत्थर तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रखा था उसमें हो रहे नियुक्ति कांड एवं भ्रष्टाचार के मसले को कांग्रेस पार्टी पूरी ताकत के साथ उठाएगी। केंद्रीय विश्वविद्यालय में हो रही नियुक्तियों में विभागीय प्रक्रिया व कानूनों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
सरकार की नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए बाली ने कहा कि नियमों का उल्लंघन कर कुछ ऐसे लोगों को भर्ती किया जा रहा है, जिनकी विचारधारा सत्तापक्ष से मेल खाती है। इसके घातक परिणाम होंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि जो लोग इस प्रक्रिया में मनमानी कर रहे हैं उन पर पूरे दस्तावेजों के साथ कानूनी कार्रवाई अवश्य होगी। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार के पत्र में मिले संकेतों का जिक्र कर कहा कि स्वास्थ्य विभाग कांड में बड़ी मछलियों के शामिल होने की आशंका हो सकती है। पूर्व मुख्यमंत्री को मीडिया के माध्यम से बोलने के बजाय सीधे प्रधानमंत्री से बात कर सीबीआइ जांच की मांग करनी चाहिए। उन्होंने शिमला और टांडा के अस्पताल में हो रही असमायिक मौतों पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य ढांचागत सुविधा होने के बावजूद जनता को मदद न मिलना अफसोसजनक है।