स्वास्थ्य सेवाएं देने में सरकार नाकाम : बाली
राहत पैकेज की घौषणा मात्र आंकड़ो की बा•ाीगरी बालीराहत पैकेज की घौषणा मात्र आंकड़ो की बा•ाीगरी बालीराहत पैकेज की घौषणा मात्र आंकड़ो की बा•ाीगरी बालीराहत पैकेज की घौषणा मात्र आंकड़ो की बा•ाीगरी बालीराहत पैकेज की घौषणा मात्र आंकड़ो की बा•ाीगरी बालीराहत पैकेज की घौषणा मात्र आंकड़ो की बा•ाीगरी बाली
संवाद सूत्र, कांगड़ा : पूर्व मंत्री जीएस बाली ने अन्य राज्यों के मजदूरों की दयनीय स्थिति पर प्रदेश व केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होने कहा कि कोरोना संकट में केंद्र सरकार ने 20 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा मात्र आंकड़ों की बाजीगरी है।
वीरवार को कांगड़ा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि केंद्र व प्रदेश स्तर पर होने वाले घोटलों की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। प्रदेश में स्वास्थ्य निदेशक का मामला उजागर होने पर भाजपा अध्यक्ष को इस्तीफा देना पड़ा। सरकार स्वास्थ्य सेवाएं देने में नाकाम साबित हुई है। सरकार को खरीद फरोख्त का सामाजिक संपादन करना चाहिए। प्रदेश में होटल, परिवहन, स्वास्थ्य तथा पर्यटन व्यवसाय बंद पड़ा है। प्रदेश में मध्यम वर्ग के व्यापारी का कारोबार प्रभावित हुआ है। सरकार सीधे तौर पर मझोले कारोबारियों को आर्थिक मदद करे। मनरेगा में 200 दिन का रोजगार दिया जाए। सड़कों पर खड़े अन्य राज्यों के मजदूरों की आर्थिक मदद की जाए जो सामाजिक सगंठन जरूरतमंद लोगों की मदद करना चाहते हैं उन्हें मदद करने की मंजूरी दी जाए। इस अवसर पर कांग्रेस महासचिव रघुबीर सिंह बाली व सचिव अजय वर्मा मौजूद रहे।