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वार्षिक परीक्षा परिणाम खराब रहा तो रुकेगी शिक्षकों की वेतन वृद्धि, इस बार सख्‍ती से निपटेगा विभाग

हिमाचल प्रदेश स्‍कूल शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं में खराब परिणाम पर अब शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Thu, 06 Feb 2020 03:01 PM (IST)Updated: Thu, 06 Feb 2020 04:19 PM (IST)
वार्षिक परीक्षा परिणाम खराब रहा तो रुकेगी शिक्षकों की वेतन वृद्धि, इस बार सख्‍ती से निपटेगा विभाग
वार्षिक परीक्षा परिणाम खराब रहा तो रुकेगी शिक्षकों की वेतन वृद्धि, इस बार सख्‍ती से निपटेगा विभाग

शिमला, जागरण संवाददाता। हिमाचल प्रदेश स्‍कूल शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं में खराब परिणाम पर अब शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि इस बार खराब रिजल्ट देने वाले 27 शिक्षकों पर विभाग ने बड़ी मेहरबानी दिखाई है। विभाग ने इन शिक्षकों की रोकी गई वेतन वृद्धि (इंक्रीमेंट) को बहाल कर दिया है। इनमें 7 शिक्षक कुल्लू जिला के हैं, जबकि 20 मंडी जिला के हैं। निदेशक उच्चतर शिक्षा डॉ. अमरजीत शर्मा की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं।

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स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से वर्ष 2019 में आयोजित परीक्षाओं में इन शिक्षकों की कक्षाओं का परीक्षा परिणाम 25 फीसद से कम था। इसके बाद विभाग ने इनकी वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने के आदेश दिए थे। निदेशक उच्चतर शिक्षा विभाग की ओर से निर्देश जारी किए हैं कि इन आदेशों को लागू न किया जाए। ये शिक्षक प्रवक्ता कैडर के हैं। इससे पहले टीजीटी कैडर की वेतन वृद्धि को भी बहाल किया जा चुका है।

396 स्कूलों का 25 फीसद से कम था रिजल्ट

पिछले साल हिमाचल के 396 स्कूलों का परीक्षा परिणाम इस साल 25 फीसद से कम रहा था। इनमें दस जमा दो के 91 और दसवीं के 305 स्कूल शामिल थे। इसके अलावा 55 स्कूलों में एक भी विद्यार्थी पास नहीं हुआ है। दस जमा दो कक्षा के 16 और दसवीं के 39 स्कूलों का परीक्षा परिणाम शून्य रहा था। 

दबाव में अपने ही आदेशों को लागू नहीं कर पा रहा विभाग

शिक्षकों के दबाव के चलते विभाग अपने ही आदेशों को लागू नहीं करवा पा रहा है। वर्ष 2011 में बनाई गई पॉलिसी के अनुसार खराब रिजल्ट देने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई का प्रावधान है। लेकिन विभाग इसे लागू ही नहीं कर रहा है। पिछले साल विभाग ने वेतन वृद्धि रोकने के बाकायदा आदेश जारी किए। शिक्षक संगठनों ने इसका विरोध किया। इसके बाद विभाग ने पहले शिक्षकों की रोकी गई वेतन वृद्धि को बहाल कर दिया है।

वेतन वृद्धि रुकेगी, एसीआर में भी लिखी जाएगी परफॉर्मेंस

शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेशों में कहा गया है कि शैक्षणिक सत्र 2019-20 में जिन शिक्षकों का रिजल्ट खराब होगा, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उनकी सालाना एक वेतन वृद्धि को रोका जाएगा। इसके अलावा उनकी वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (एसीआर) में भी रिजल्ट की खराब प्रदर्शन को भी लिखा जाएगा। उन्होंने कहा इस साल इसमें कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।

कड़ी कार्रवाई होगी

मंडी और कुल्लू जिला के 27 शिक्षकों की वेतन वृद्धि को बहाल कर दिया है। विभाग ने निर्देश दिए हैं कि इस साल बोर्ड की वार्षिक परीक्षाओं में खराब रिजल्ट देने वाले शिक्षकों की कार्रवाई की जाएगी। -डॉ. अमरजीत शर्मा, निदेशक, उच्चतर शिक्षा विभाग।


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