रेगुलर कक्षाएं लगाने के नहीं पहुंचे आदेश, विभाग बोला- अभिभावकों का सहमति पत्र जरूरी, पढ़ें पूरा मामला
School Regular Classes राज्य के सरकारी स्कूलों में सोमवार से 10वीं और 12वीं बोर्ड की नियमित कक्षाएं शुरू होंगी। शिक्षा मंत्री ने दो दिन पूर्व इसके मौखिक आदेश दिए थे। लेकिन शिक्षा निदेशालय की ओर से अभी तक इसके कोई लिखित आदेश स्कूलों को नहीं भेजे गए हैं।
शिमला, जागरण संवाददाता। राज्य के सरकारी स्कूलों में सोमवार से 10वीं और 12वीं बोर्ड की नियमित कक्षाएं शुरू होंगी। शिक्षा मंत्री ने दो दिन पूर्व इसके मौखिक आदेश दिए थे। लेकिन शिक्षा निदेशालय की ओर से अभी तक इसके कोई लिखित आदेश स्कूलों को नहीं भेजे गए हैं। ऐसे में स्कूल और बच्चे दोनों ही असमंजस की स्थिति में हैं। उच्चतर शिक्षा विभाग का कहना है पुराने आदेश में ही स्थिति स्पष्ट कर दी थी। इसके अनुसार जितने भी बच्चे स्कूल आना चाहें, आ सकते हैं, इसके लिए उन्हें अभिभावकों का सहमति पत्र लाना होगा।
उधर स्कूलों ने अपने स्तर पर तैयारी कर दी है। स्कूल प्रधानाचार्यों का कहना है कि अभी तक बच्चें परामर्श के लिए स्कूल आ रहे थे। यदि सोमवार से बच्चों की संख्या ज्यादा होती है तो नियमित कक्षाएं लगा दी जाएंगी। इसके लिए माइक्रो प्लान पहले से ही तैयार किया हुआ है।
दसवीं कक्षा में दो से तीन सेक्शन बनाए जाएंगे, ताकि शारीरिक दूरी के नियमों की पालना हो सके। इसी तरह बारहवीं कक्षा में चार स्ट्रीम हैं। मेडिकल, नान मेडिकल, कामर्स और आर्टस। आर्टस में ही सबसे ज्यादा दाखिले हैं। स्कूल प्रधानाचार्यों का कहना है कि अंग्रेजी विषय में ज्यादा बच्चे होते हैं, बाकियों में बच्चों की संख्या कम हो जाती है। जहां पर 20 से ज्यादा बच्चे हो जाएंगे वहां पर अलग सेक्शन बना दिया जाएगा। स्कूलों में अन्य कक्षाएं नहीं आ रही हैं। ऐसे में शारीरिक दूरी के नियमों की पालना करवाने में किसी तरह की दिक्कत पेश नहीं आएगी।
ई पीटीएम के सुझाव पर आगामी फैसला लेगी सरकार
समग्र शिक्षा अभियान की ओर से 16 से 19 अक्टूबर तक प्रदेशभर में ई पीटीएम का आयोजन किया जा रहा है। सोमवार को ई पीटीएम का अंतिम दिन है। इसमें स्कूल खोलने को लेकर भी अभिभावकों की राय ली जा रही है। जितने भी अभिभावक स्कूल खोलने के पक्ष में होंगे, उनका पूरा ब्योरा सरकार को भेजा जाएगा। अंतिम फैसला सरकार लेगी।
सहमति पत्र लेकर स्कूल आ सकते हैं बच्चे
निदेशक उच्चतर शिक्षा डाक्टर अमरजीत शर्मा का कहना है सहमति पत्र लेकर बच्चे स्कूल आ सकते हैं। इस संबंध में पहले ही स्कूलों को निर्देश दिए हुए हैं। स्कूल प्रधानाचार्यों को कहा गया है कि यदि बच्चों की संख्या ज्यादा होती है तो अलग सेक्शन बनाएं, ताकि शारीरिक दूरी बनी रहे।