विद्यार्थियों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले, नियमों के पालन में हो रही चूक
Himachal School Covid Cases यदि किसी में बुखार इत्यादि के लक्षण दिखते हैं तो तत्काल जांच करवाई जाए। लोगों को चाहिए कि खुद सावधान रहें और बच्चों को सभी हिदायतों का पालन करने के लिए प्रेरित करते रहें।
शिमला, राज्य ब्यूरो। स्कूलों में संक्रमण सावधान रहने से कई समस्याओं से बचा जा सकता है। जब लोग लापरवाह होते हैं, तभी मुश्किलें पैदा होती हैं। वैश्विक महामारी कोविड 19 से बचाव के लिए सावधानी ही अहम है। इसे लोगों ने अच्छी तरह समझा भी है लेकिन अब संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं तो लोगों में लापरवाही भी देखी जा रही है, जो कतई सही नहीं है। अभी महामारी का खतरा टला नहीं है।
कोरोना के वायरस नए वैरियंट सामने आ रहे हैं। आजकल ओमिक्रोन की दहशत है। सुखद है कि पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में ओमिक्रोन का कोई मामला सामने नहीं आया है लेकिन चिंतनीय यह है कि राज्य में स्कूली बच्चे निरंतर कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। सोमवार को सोलन जिले के कुनिहार स्थिति जवाहर नवोदय विद्यालय के 14 बच्चे संक्रमित पाए गए हैं।
इससे पहले मंडी जिले को पंडोह स्थित नवोदय विद्यालय के विद्यार्थी भी संक्रमण की चपेट में आए थे। 27 सिंतबर को स्कूल खुलने के बाद अब तक 1600 से अधिक बच्चे संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। सबसे अधिक बच्चे कांगड़ा जिला में संक्रमित हुए हैं। अधिकतर बच्चे स्वस्थ हो चुके हैं और करीब 200 बच्चे अब भी उपचाराधीन हैं। स्वास्थ्य व शिक्षा विभाग ने बच्चों को संक्रमण से बचाव के लिए कई हिदायतें दी हैं। इसके बावजूद बच्चों का संक्रमित होना चिंताजनक है।
प्रदेश में 18 साल से अधिक आयु के सभी लोगों को वैक्सीन लग चुकी है जबकि बच्चों का टीकाकरण नहीं हुआ है। इसलिए स्कूलों में कोरोना से बचाव के लिए अधिक सतर्कता बरती जानी चाहिए। अब सर्दी भी अधिक पड़ रही है। इस मौसम में लोग जुकाम व बुखार की चपेट में जल्द आ जाते हैं। यदि किसी में बुखार इत्यादि के लक्षण दिखते हैं तो तत्काल जांच करवाई जाए। लोगों को चाहिए कि खुद सावधान रहें और बच्चों को सभी हिदायतों का पालन करने के लिए प्रेरित करते रहें।