Dr Suggestion: कोरोना संक्रमण के खौफ से ज्यादा चिंता हो सकती है नुकसानदायी, इम्युनिटी पर भी पड़ता है असर
Dr Suggestions On Coronavirus कोरोना वायरस ने शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक तौर पर भी असर डाला है। रोजाना सैकड़ों केस सामने आ रहे हैं तो लोगों को संक्रमण का डर भी लगातार बना हुआ है। ऐसे में मन और दिमाग को शांत रखना बेहद जरूरी हो गया है
शिमला, जागरण संवाददाता। Dr Suggestions On Coronavirus, कोरोना वायरस ने शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक तौर पर भी लोगों के ऊपर असर डाला है। रोजाना सैकड़ों केस सामने आ रहे हैं तो लोगों को संक्रमण का डर भी लगातार बना हुआ है। ऐसे में मन और दिमाग को शांत रखना बेहद जरूरी हो गया है, क्योंकि परेशान दिमाग के साथ न ही खुद को संभाला जा सकता है और न ही स्वास्थ्य को। जिला निगरानी अधिकारी डॉ राकेश भारद्वाज का कहना है कोरोना के प्रति लोग अगर सावधानी बरत रहे हैं तो चिंता की जरूरत नहीं है। ज्यादा चिंता सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है और इसका असर इम्युनिटी और मेटाबॉलिज्म पर पड़ता है।
व्यक्ति में अगर नाक बहना, सूखी खांसी, तेज बुखार जैसे लक्षण नजर आते हैं तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर टेस्ट जरूर करवा लें, घबराएं नहीं। अगर लोग कोरोना से सतर्कता बरते हुए अपनी सेहत का ध्यान रखेंगे तो वे संक्रमण से खुद के साथ परिवार के सदस्यों व अपने संपर्क में आने वाले लोगों को भी बचा सकते हैं। इसलिए कोरोना के प्रति लापरवाही बिल्कुल न बरतें। बेहद जरूरी हो तभी घर से बाहर निकलें। खांसी जुकाम के लक्षण नजर आने पर स्वयं को घर पर आइसाेलेट कर लें और टेस्ट करवा लें। सार्वजनिक स्थानों में आवाजाही करते समय मास्क और उचित शारीरिक दूरी के नियम की पालना करें।
लापरवाही हो सकती है घातक साबित : विनय कुमार
विशेष सचिव लोक निर्माण विभाग विनय सिंह का कहना है यह बात सभी को समझनी होगी कि कोरोना महामारी से बचाव वैक्सीन लेने से हो सकता है। कोरोना की दूसरी लहर ने यह समझा दिया कि संक्रमण से लापरवाही बरतना घातक हो सकता है, इसलिए संक्रमण से बचाव का एकमात्र माध्यम वैक्सीन है। वैक्सीन डोज लगाने के बाद ही हम कोरोना संक्रमण से सुरक्षित हो पाएंगे। यदि वैक्सीन लगाने के बाद संक्रमण होता भी है तो उतना खतरनाक नहीं होगा, जितना की वैक्सीन न लगाने की स्थिति में। इसलिए मेरा आग्रह है कि प्रदेश में जो लोग अभी तक वैक्सीन लगवाने के लिए घरों से नहीं निकल रहे हैं, उन्हें तुरंत स्वास्थ्य केंद्रों में जाकर वैक्सीन लगवानी चाहिए। मैंने भी संक्रमण से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देशों के मुताबिक वैक्सीन डोज ले ली है। कई लोगों से ऐसा भी सुनने में आता है कि वैक्सीन डोज लगवाने भी संक्रमित हो रहे हैं तो वैक्सीन लगवाने का क्या लाभ। ऐसा सोचना और दूसरों के साथ इस प्रकार की चर्चा करना उचित नहीं है। इस महामारी से बचाव के लिए पूरी दुनिया में वैक्सीनेशन हो रहा है।