सूफी गायक सतिंदर सरताज के लाइव शो में हंगामा, प्रशंसकों ने स्टेज छोड़ते ही घेरा, पुलिस के साथ गुत्मगुत्था
सतिंदर सरताज ने कांगड़ा की जनता को ठंडे मौसम में भी अपनी दमदार प्रस्तुति से झूमने पर मजबूर कर दिया। लेकिन उनके प्रशंसक उनसे मिलने के लिए गुत्थमगुत्था हो गए।
कांगड़ा, रितेश ग्रोवर। मशहूर सूफी गायक सतिंदर सरताज ने कांगड़ा की जनता को ठंडे मौसम में भी अपनी दमदार प्रस्तुति से झूमने पर मजबूर कर दिया। लेकिन उनके प्रशंसक उनकी एक झलक पाने व उनसे मिलने के लिए गुत्थमगुत्था हो गए। सतिंदर सरताज के स्टेज छोड़ते ही दर्शकों ने उन्हें घेेर लिया। कांगड़ा पुलिस ने बड़ी मुश्किल से उनको गाड़ी तक पहुंचाया। लेकिन इस दौरान पुलिस के व्यवहार से दर्शक भड़क गए और पुलिस से गुत्थमगुत्था हो गए। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से लोगों से समझाया परंतु कुछ लोगों ने पुलिस के खिलाफ ही नारेबाजी करनी शुरू कर दी।
कड़ाके की ठंड के बावजूद उमड़ी थी भारी भीड़
आयोजक भी सूफी गायक को सुरने के लिए उमड़ी भीड़ देखकर हैरान थे। मौका था कांगड़ा के नगर परिषद मैदान में नगरकोट फेस्ट की दूसरी संध्या का, जिसमें सूफी सतिंदर सरताज ने करीब साढ़े आठ बजे मंच सभाला लेकिन इससे पहले ही नगर परिषद मैदान लोगों के हजूम से भर गया था। मैदान में लगाए हुए सुरक्षाकर्मी भी कम पड़ गए। स्थानीय दर्शकों के प्यार के आगे मशहूर गायक भी नतमस्तक होकर कांगड़ा से विदा हुए। सतिंदर सरताज ने साई वंदना से कार्यक्रम की शुरूआत की जिस पर स्थानीय दर्शक थिरकने पर मजबूर हो गए।
दर्शकाें की पूरी की हर फरमाइश
सतिंदर सरताज अपनी ऐसी छाप कांगड़ा में छोड़कर गए हैं जिसे अब कांगड़ा के लोगों के दिल से निकालना मुश्किल है। लगभग डेढ़ घंटे तक उन्होंने प्रस्तुति देकर दर्शकों की अधिकतर फरमाइश पूरी की। इससे पहले कांगड़ा के स्थानीय कालाकर व बॉलीवुड में अपनी पहचान बना चुके कुमार साहिल ने दमदार प्रस्तुतियां देकर लोगों को दिल जीत लिया। उनके अलावा सतनाम पठानिया, श्रुति शर्मा, करनैल राणा व कांगड़ा गल्र्स ने भी बेहतरीन प्रस्तुति दी। नगरकोट फेस्ट की दूसरी संध्या में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुंडू बतौर मुख्यातिथि प्रधारे। एसडीएम कांगड़ा व स्पोट्र्स कौंसिल के सदस्यों ने उनका स्वागत किया।
देहरा से मिलने आई सतिंदर सरताज की फैन, पोस्टर देकर ही मानी
कार्यक्रम के दौरान सतिंदर सरताज की एक प्रशंसक काफी देर तक हाथों में सूफी गायक का पोस्टर लिए खड़ी रही। सतिंदर ने अपने सचिव के माध्यम से उसे स्टेज के पास बुलाया। देहरा की नवेंदु सोनी ने बताया कि वह सतिंदर सरताज के दो पोस्टर लेकर आई थी। उन्होंने एक पोस्टर अपने पास रख लिया व दूसरे पर हस्ताक्षर देकर वापस दे दिया।