मंत्री सरवीण चौधरी और माकपा विधायक राकेश सिंघा में आखिर क्यों हुई तीखी नोकझोंक, पढ़ें पूरा मामला
Sarveen and Rakesh Singha Dispute राज्य विधानसभा में बुधवार को वामपंथी विधायक राकेश सिंघा और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी में तीखी नोकझोंक हुई। आंगनबाड़ी केंद्रों में चलाई गई प्री नर्सरी कक्षा के सवाल पर सिंघा ने मंत्री के कामकाज पर तल्ख टिप्पणी की।
शिमला, जेएनएन। राज्य विधानसभा में बुधवार को वामपंथी विधायक राकेश सिंघा और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी में तीखी नोकझोंक हुई। आंगनबाड़ी केंद्रों में चलाई गई प्री नर्सरी कक्षा के सवाल पर सिंघा ने मंत्री के कामकाज पर तल्ख टिप्पणी की। बकौल राकेश सिंघा, आप कैसी मंत्री हैं जिन्हें अपने विभाग के बारे में ही पता नहीं है। प्री नर्सरी कक्षाएं आपके ही विभाग में चलाई जाती हैं। पहले आप विभाग को समझ लीजिए। सरवीण चौधरी ने सिंघा को नसीहत दी कि वह जुबान पर लगाम लगाएं। सवाल पूछने का यह कोई तरीका नहीं है। विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने भी आपत्ति जताई तो ठियोग के विधायक राकेश सिंघा ने सदन में हाथ जोड़कर माफी मांगी।
उन्होंने कहा कि मंत्री को विभाग की पूरी जानकारी होनी चाहिए थी, ऐसा वह कहना चाह रहे थे। मैं क्रोधित हो गया, इसके लिए मंत्री से माफी मांगता हूं। सरवीण चौधरी ने कहा कि आप सरकार के संबंध में ऐसे नहीं पूछ सकते हैं। आप मुझसे सुनना क्या चाहते हैं। उन्होंने वाम झंडे पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि आपने अपने लाल झंडे के तले महिलाओं को यह बात बतानी होगी।
बंद नहीं होंगी प्री नर्सरी कक्षाएं
विधायक ने सवाल पूछा था कि नई शिक्षा नीति के मद्देनजर क्या आंगनबाड़ी में चलाई जा रही प्री नर्सरी कक्षाएं बंद हो रही हैं? सरकार का इस संबंध में क्या प्रस्ताव है? इस संबंध में गठित की गई राज्यस्तरीय टास्क फोर्स की कितनी बैठकें हुई हैं, इनमें किन-किन विभागों को सदस्य बनाया गया, क्या इनमें हितधारकों को भी बुलाया गया या नहीं? इसके जवाब में मंत्री ने कहा कि प्री नर्सरी कक्षाएं बंद नहीं होंगी बल्कि इन्हें शिक्षा और महिला एवं बाल विकास कन्वरजेंस मॉडल से चलाएंगे। व्यावहारिक रूप से अभी कक्षाएं नहीं लग रही हैं। बैठकें हो रही हैं। प्री नर्सरी शिक्षा विभाग का काम है। प्रदेश में 18925 आंगनबाड़ी व मिनी आंगनबाड़ी केंद्र हैं।