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नए सदस्य जोड़ेगा एनपीएस कर्मचारी महासंघ

संवाद सहयोगी देहरा एनपीएस कर्मचारी महासंघ खंड रक्कड़ की बैठक रामलीला मैदान कलोहा म

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Feb 2021 12:29 AM (IST)Updated: Sun, 21 Feb 2021 12:29 AM (IST)
नए सदस्य जोड़ेगा एनपीएस कर्मचारी महासंघ
नए सदस्य जोड़ेगा एनपीएस कर्मचारी महासंघ

संवाद सहयोगी, देहरा : एनपीएस कर्मचारी महासंघ खंड रक्कड़ की बैठक रामलीला मैदान कलोहा में खंड रक्कड़ के प्रधान जीवानंद धीमान की अध्यक्षता में हुई। बैठक की शुरुआत में वर्ष 2003 से 2017 के बीच सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों के लिए सरकार की ओर ग्रेच्युटी प्रदान किए जाने की घोषणा पर प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया गया। बैठक में एनपीएस कर्मचारी महासंघ की ओर से वर्ष 2021 के कैलेंडर वितरण के अतिरिक्त महासंघ से नए सदस्यों को जोड़ने बारे चर्चा की।

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इस दौरान ब्लॉक प्रधान जीवानंद धीमान ने आगामी पहली मार्च से शिमला में एनपीएस कर्मचारी महासंघ द्वारा प्रस्तावित पेंशन व्रत बारे मौजूद कर्मचारियों से चर्चा की। इस मौके पर प्रदेश सरकार से वर्ष 2009 की नोटिफिकेशन, जिसमें कार्यरत कर्मचारी की असमय मृत्यु होने या दिव्यांग होने पर पुरानी पेंशन देने का प्रावधान है को लागू करने की मांग की गई। बैठक में जिला उपप्रधान नरेंद्र ठाकुर, उपप्रधान तिलक राज, महासचिव दिनेश कुमार, कोषाध्यक्ष नवीन शर्मा, मुख्य संरक्षक राकेश पटियाल, सह सरंक्षक राजकुमार, महालेखाकार मुकेश शर्मा, अनीश कुमार, मुख्य सलाहकार दीपक शर्मा, विपिन शर्मा, संगठन सचिव धर्मेंद्र राणा, मीडिया प्रभारी रणबीर सिंह, सह सचिव अरुण कुमार, वरिष्ठ उपप्रधान सरिता शर्मा, महासचिव सरोज कुमारी, उपप्रधान बबिता रानी, सुदेश कुमारी, मंजू कुमारी, सावित्री देवी, प्रवीण कुमारी, कृष्ण चंद, प्रवीण धीमान, मुकेश राज, कैलाशपुरी, अशोक कुमार, राजिदर सिंह, सुदर्शन सिंह, भगवान दास, मनोज कुमार, अवतार सिंह, नीलम कुमार, राजिदर कुमार, सुदेश कुमार मौजूद रहे। आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए बने स्थायी नीति

संवाद सूत्र, धमेटा : पूर्व मंत्री स्वर्गीय सुजान सिंह पठानिया के स्वजनों को गत दिनों सांत्वना देने पहुंचे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ अध्यक्ष शैलेंद्र शर्मा ने मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि पिछले 10 से 15 वर्षो से कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों ने विधायकों को स्थायी नीति बनाने और इनके भविष्य को सुरक्षित करने के लिए ज्ञापन सौंपे, लेकिन अभी तक इसका कोई हल नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि जब भी आउटसोर्स कर्मचारियों को मासिक वेतन देने की बारी आती है तो उनके साथ हमेशा सौतेला व्यवहार किया जाता है। उन्होंने कहा कि इतने कम वेतन से उनके घर का खर्च चलना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने मांग की है कि आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए एक स्थायी नीति बनाई जाए।


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