धर्मशाला में दशहरा उत्सव को लेकर अग्निशमन विभाग हुआ सतर्क
बेशक इस बार भी बड़े स्तर पर दशहरा उत्सव न मनाया जा रहा हो और अधिकारियों की ओर से भी कोई दिशा-निर्देश जारी न किए गए हों लेकिन बावजूद इसके अपने स्तर पर अग्निशमन विभाग दशहरा उत्सव को लेकर तैयार है।
धर्मशाला, संवाद सहयोगी। बेशक इस बार भी बड़े स्तर पर दशहरा उत्सव न मनाया जा रहा हो और अधिकारियों की ओर से भी कोई दिशा-निर्देश जारी न किए गए हों, लेकिन बावजूद इसके अपने स्तर पर अग्निशमन विभाग दशहरा उत्सव को लेकर तैयार है। मुख्य अग्निशमन केंद्र के स्थानीय अधिकारी ने भी अपने स्तर पर ही सभी उप अग्निशमन केंद्रों के साथ फायर चौकियों के स्टाफ को हिदायत जारी कर दी है कि वह 24 घंटें सतर्क रहें और जैसे ही कोई सूचना अग्निकांड की प्राप्त हो तो तरंत काबू पाने के लिए त्वरित कार्रवाई करें।
जिला कांगड़ा की बात की जाए जिला मुख्यालय में पुलिस मैदान धर्मशाला जिलास्तरीय दशहरा उत्सव का आयोजन होता है। लेकिन इस बार केवल पुतलों का ही दहन किया जाएगा जबकि जयसिंहपुर में राज्यस्तरीय दशहरा उत्सव होने के बावजूद इस बार पुतलों का भी दहन नहीं होगा। लेकिन बावजूद इसके धर्मशाला में पुतलों के दहन के अलावा कहीं अन्य स्थान पर कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए अग्निशमन विभाग ने अपनी ओर से पहले से ही तैयारियां कर रखी हैं।
अग्निशमन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक दमकल विभाग के पास पर्याप्त स्टाफ केंद्रों व फायर चौकियों में तैनात है जबकि फायर हाइड्रेंट की स्थिति भी सभी शहरों में दुरुस्त है। अग्निशमन विभाग के मुताबिक धर्मशाला में 21, पालमपुर में 20, कांगड़ा में 18 जबकि नगरोटा बगवां में 15 फायर हाइड्रेंट हैं जबकि अन्य चौकियों में भी इक्का-दुक्का हाइड्रेंट हैं। जिला कांगड़ा में मुख्य अग्निशमन केंद्र धर्मशाला के अलावा उप अग्निशमन केंद्रों में कांगड़ा व पालमपुर जबकि फायर चौकियों में बैजनाथ, जयसिंहपुर, नगरोटा बगवां, ज्वालामुखी, देहरा, संसारपुर टैरेस, डाडासीबा, नूरपुर, फतेहपुर व जवाली शामिल हैं। उधर, अग्निशमन अधिकारी एसके चौधरी के मुताबिक दशहरा उत्सव को लेकर विभाग तैयार है और सभी केंद्रों और चौकियों के स्टाफ को निर्देश जारी कर 24 घंटें नजर रखने की हिदायत जारी की गई है।