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भाजपा के पास मंत्री व विधायक तो कांग्रेस के जग्‍गी ही खेवनहार, जानिए धर्मशाला नगर निगम के समीकरण

Dharamshala Nagar Nigam Elections नगर निगम चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। सात अप्रैल को चुनाव होने हैं। इसके लिए भाजपा पहले ही अपनी ताकत झोंक चुकी है। नगर निगम में भाजपा के विजयश्री के रथ के लिए कैबिनेट मंत्री राकेश पठानिया सारथी बने हैं।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Tue, 16 Mar 2021 12:07 PM (IST)Updated: Tue, 16 Mar 2021 12:07 PM (IST)
भाजपा के पास मंत्री व विधायक तो कांग्रेस के जग्‍गी ही खेवनहार, जानिए धर्मशाला नगर निगम के समीकरण
नगर निगम चुनाव की रणभेरी बज चुकी है।

धर्मशाला, नीरज व्यास। Dharamshala Nagar Nigam Elections, नगर निगम चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। सात अप्रैल को चुनाव होने हैं। इसके लिए भाजपा पहले ही अपनी ताकत झोंक चुकी है। नगर निगम में भाजपा के विजयश्री के रथ के लिए कैबिनेट मंत्री राकेश पठानिया सारथी बने हैं। चुनाव की तिथि घोषित होने से पहले ही पठानिया एक से लेकर 17 वार्डों तक लगातार बैठकें कर जनता की नब्ज टटोल चुके हैं। एक वार्ड में दो-दो व कहीं पर तीन बैठकें भी राकेश पठानिया विधायक विशाल नैहरिया के साथ कर चुके हैं, जबकि कांग्रेस के खेमे में धर्मशाला में कोई ज्यादा हलचल दिखाई नहीं दे रही है। एक दिन सुखविंद्र सिंह सुक्खू व पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने तमाम पार्टी कार्यककर्ताओं के साथ बैठक की थी और नगर निगम की स्थिति को लेकर जायजा लिया था। लेकिन इसके बाद यहां पर कांग्रेस के किसी भी वरिष्ठ नेता की न तो दस्तक हुई है और न ही कोई दिलचस्पी नेता दिखा रहे हैं।

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हालांकि गुपचुप तरीके से कांग्रेस ने हरेक वार्ड में छापामार युद्ध की तरह अपना प्रचार चला रखा है। नगर निगम के इस चुनाव में यह भी माना जा रहा है कि पिछले चुनाव में कांग्रेस के जीते 14 चेहरों में से ही ज्यादातर चेहरे इस चुनावी रण में भी होंगे।

ऐसे में जब नगर निगम के मेयर देवेंद्र जग्गी ही कांग्रेस के संभावित उम्मीदवारों की उम्मीद हैं और वह ही अभी तक खेबनहार साबित हो रहे हैं। कई पार्षदों के यहां जग्गी बैठकें कर चुके हैं तो कई उन्हें बैठकों के लिए बुला रहे हैं। नगर निगम मेयर पद की कमान संभालने वाले देवेंद्र जग्गी उपमहापौर का दायित्व भी निभा चुके हैं और कोविड-19 काल में किए गए उनके काम के लिए जनता से उनकी नजदीकियां हैं। इसका लाभ अन्य पार्षद भी उठाना चाहते हैं जिन्होंने कोविड19 काल में अपनी भागीदारी सिफर रखी।

ऐसे में भाजपा के पास जहां राकेश पठानिया जैसे कैबिनेट मंत्री खुद मैदान में हैं, वहीं कांग्रेस के पास देवेंद्र जग्गी ही खेबनहार हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेता चंडीगढ़ में हैं तो कुछ उन्हें मैदान में सहयोग के लिए बुलाने के लिए फोन कर रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्षदों के चुनाव में भी देवेंद्र जग्गी ही मददगार साबित हो रहे हैं।


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