एक सप्ताह तक नहीं चलेगा धर्मशाला-मैक्लोडगंज रोपवे, टाइमिंग में भी किया गया बदलाव, पढ़ें खबर
Dharamshala Mcleodganj Ropeway धर्मशाला-मैक्लोडगंज रोपवे आवश्यक मरम्मत व रखरखाव के कारण 25 जनवरी से एक फरवरी तक बंद रहेगा। मरम्मत खत्म होते ही रोपवे को फिर से शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद पर्यटक एक बार रोपवे धर्मशाला का आनंद ले सकेंगे।
धर्मशाला, जागरण संवाददाता। Dharamshala Mcleodganj Ropeway, धर्मशाला-मैक्लोडगंज रोपवे आवश्यक मरम्मत व रखरखाव के कारण 25 जनवरी से एक फरवरी तक बंद रहेगा। मरम्मत खत्म होते ही रोपवे को फिर से शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद पर्यटक एक बार रोपवे धर्मशाला का आनंद ले सकेंगे। रोपवे धर्मशाला के सीईओ प्रवीण उपाध्याय ने बताया रखरखाव के लिए अंतरराष्ट्रीय टीम आई है, जो पूरी तरह से जांच करेगी। इस कारण 25 जनवरी से पहली फरवरी तक रोपवे को बंद रखा जाएगा। रोपवे को चलाने का समय सुबह 10 से शाम 6 बजे तक रखा गया है। पर्यटको व स्थानीय लोगों को शाम पांच बजे के बाद टिकट नहीं मिला करेगी। उन्होंने कहा कंपनी के इंटरनेशनल पार्टनर अभी यहीं हैं, तो उनकी मौजूदगी में ही मेंटिनेस होगी।
चंद मिनटों में मैक्लोडगंज पहुंच रहे पर्यटक
करीब 150 करोड़ रुपये की लागत से बने रोपवे में लोग धर्मशाला से मैक्लोडगंज चंद मिनटों में पहुंच रहे हैं। रोपवे में जाने के लिए सिंगल साइड की टिकट 300 रुपये और डबल साइड यानी अपडाउन की टिकट 500 रुपये है। पर्यटन सीजन के दौरान पर्यटकों को 10 किलोमीटर सड़क मार्ग पर जाम में फंसते हुए मैक्लाेडगंज नहीं पहुंचना पड़ेगा। पर्यटन सीजन के दौरान वाहनों की भारी आमद के कारण ट्रैफिक जाम लग जाता है। इस कारण धर्मशाला से मैक्लोडगंज पहुंचने में तीन या चार घंटे भी लग जाते हैं।
रोपवे की खासियत
धर्मशाला-मैक्लोडगंज रोपवे की कुल लंबाई 1.75 किलोमीटर है। इसका बेस टर्मिनल धर्मशाला बस-स्टैंड और ऊपरी टर्मिनल दलाई लामा बौद्ध मठ के समीप है। 13 टावरों के साथ यह एक मोनो-केबल डिटैचेबल गोंडोला (केबिन) सिस्टम रोपवे है, जिसमें 18 केबिन हैं। प्रति घंटे 1,000 व्यक्तियों को लाने व ले जाने की क्षमता है। धर्मशाला बस स्टैंड के पास रोपवे के बेस टर्मिनल के समीप निर्माण एजेंसी की ओर से एक छोटी भूमिगत पार्किंग का निर्माण भी किया गया है।