कोरोना के बावजूद लगा था मेला, पुलिस ने बंद करवाकर आयोजकों पर दर्ज किया मामला
Pirsthan Lohri Fair सोलन जिला में नालागढ़ के ऐतिहासिक पीरस्थान लोहड़ी मेले में भीड़ जुटने पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। निजी भूमि पर मेला सजाने की इजाजत देने वालों पर डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत मामला दर्ज कर दिया है ।
नालागढ़/बद्दी, जागरण टीम। Pirsthan Lohri Fair, सोलन जिला में नालागढ़ के ऐतिहासिक पीरस्थान लोहड़ी मेले में भीड़ जुटने पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। निजी भूमि पर मेला सजाने की इजाजत देने वालों पर डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है और वहीं रिवेन्यू एक्ट में भी कार्रवाई करने के तहसीलदार को निर्देश दिए गए हैं।
रविवार को एसडीएम नालागढ़ की अगुआई में डीएसपी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, एसएचओ और एनडीआरएफ की टुकड़ी ने मेला स्थल का दौरा कर कार्रवाई की। टीम ने मेले में बिना अनुमति सजी दुकानों को हटवाया और मेला स्थल खाली करवाया। मेला समिति को नोटिस जारी करके उनसे जवाब मांगा गया है।
प्रशासन के मुताबिक मेला स्थल पर दुकानें लगवाने वाले भूमि मालिकों का राजस्व रिकार्ड से नाम हटाने की सिफारिश का भी जिला प्रशासन को पत्र लिखा गया है। प्रशासन द्वारा कोविड के चलते मेला न लगाने के आदेश जारी किए गए थे, इसके बावजूद मेला लगाकर यहां भीड़ जुटाई गई। यहां पर प्रतिबंध के बावजूद तीन दिन से मेला सज रहा था। मेले में झूले व दुकानें सजाई गई थीं।
नालागढ़ के एसडीएम महेंद्र पाल गुर्जर, तहसीलदार ऋषभ शर्मा, डीएसपी अमित यादव, थाना प्रभारी श्याम लाल सुबह से ही मेला स्थल पर पहुंच गए और एनडीआरएफ बटालियन की मदद से मेला स्थल को खाली करवाया। मेला समिति के प्रधान पम्मी डाडी ने बताया कि उन्होंने प्रशासन के आदेश आने से पहले ही मेला न करवाने की घोषणा इंटरनेट मीडिया व सार्वजनिक रूप से कर दी थी। उनका इससे कोई लेना-देना नहीं है। लखदाता पीर के नाम से ही इस स्थान का नाम पीरस्थान पड़ा है और यह मेला दून व नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र का सबसे बड़ा मेला होता है। मेले में पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ से लोग यहां पहुंचते हैं।
एसडीएम महेंद्र पाल गुर्जर ने बताया कि मेला स्थल को खाली करवा दिया गया है। इसमें पुलिस व एनडीआरएफ बटालियन की सहायता ली गई। मेला करवाने वाले निजी भू-मालिकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।