डाडासीबा सिविल अस्पताल के क्वार्टर बदहाल, कर्मचारियों की सुरक्षा राम भरोसे
डाडासीबा के सिविल अस्पताल में तैनात चिकित्सकों समेत कर्मचारियों की सुरक्षा राम भरोसे है। आलम यह है कि 25 पंचायतों की सेहत का जिम्मा संभालने वाले इस अस्पताल के कर्मी खस्ताहाल हो चुके सरकारी भवन में रिहायश कर रहे हैं।
डाडासीबा, संवाद सूत्र। डाडासीबा के सिविल अस्पताल में तैनात चिकित्सकों समेत कर्मचारियों की सुरक्षा राम भरोसे है। आलम यह है कि 25 पंचायतों की सेहत का जिम्मा संभालने वाले इस अस्पताल के कर्मी खस्ताहाल हो चुके सरकारी भवन में रिहायश कर रहे हैं। उक्त सरकारी आवास की हालत इतनी दयनीय है कि क्वार्टर की दीवारें जर्जर हो चुकी हैं और छत से बारिश का पानी भी भीतर आता है। इतना ही नहीं सरकारी क्वार्टर की खिड़की और दरवाजे भी एक-एक करके भवन का साथ छोड़ रहे हैं।
गौरतलब है कि यह आवास स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के रहने के लिए बनाए गए हैं। लेकिन इन दिनों आवास भवनों की हालत काफी खराब हो चुकी है। भवन गिरने के कगार पर है दीवारों से प्लास्टर उखड़ चुका है। ऐसे में कोई भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है। लेकिन अभी तक विभाग की ओर से इनकी मरम्मत के लिए कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया और इन क्वार्टरों के ऊपर सूखी घास व पेड़ उगना शुरू हो गए हैं और सिविल हॉस्पिटल में सेफ्टी सीवरेज के कुछ ढक्कन भी टूट चुके हैं और कुछ को तो पतली टीन की चादरों से ढका हुआ है और कुछ क्वार्टर का रिपेयर का काम चल रहा है वह भी धीमी गति से और कुछ की क्वार्टर की रिपेयर का काम बजट के कारण रूका हुआ।
यह बोले डाक्टर पंकज कौंडल
खंड चिकित्सा अधिकारी का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे डाक्टर पंकज कौंडल ने बताया कि सरकारी क्वार्टरों की खस्ताहाल को देखते हुए इसका एस्टीमेट बनाकर सीएमओ कांगड़ा को भेजा गया है और राशि मंजूर होते ही सरकारी आवासों की मरम्मत शुरू करवा दी जाएगी और कुछ क्वार्टर का रिपेयर का काम चला हुआ है।