Move to Jagran APP

आईजीएमसी शिमला की तर्ज पर रिपन में भी होगी कोरोना संक्रमण की टेस्टिंग, पढ़ें खबर

Coronavirus Testing शिमला के क्षेत्रीय अस्पताल रिपन में भी अब आईजीएमसी की तर्ज पर कोरोना की टेस्टिंग की जाएगी। रिपन से कोरोना के सैंपल अब टेस्टिंग के लिए आईजीएमसी नहीं भेजे जाएंगे। इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने मशीन खरीदने की तैयारी की है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Sun, 31 Oct 2021 07:11 AM (IST)Updated: Sun, 31 Oct 2021 07:33 AM (IST)
आईजीएमसी शिमला की तर्ज पर रिपन में भी होगी कोरोना संक्रमण की टेस्टिंग, पढ़ें खबर
शिमला के क्षेत्रीय अस्पताल रिपन में भी अब आईजीएमसी की तर्ज पर कोरोना की टेस्टिंग की जाएगी।

शिमला, जागरण संवाददाता। शिमला के क्षेत्रीय अस्पताल रिपन में भी अब आईजीएमसी की तर्ज पर कोरोना की टेस्टिंग की जाएगी। रिपन से कोरोना के सैंपल अब टेस्टिंग के लिए आईजीएमसी नहीं भेजे जाएंगे। इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने मशीन खरीदने की तैयारी की है। मशीन की खरीद के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा। प्रस्ताव स्वीकार होने के बाद मशीन की खरीद होगी। मौजूदा समय में रिपन अस्पताल में लगे कियोस्क के माध्यम से रोजाना सैकड़ों मरीजों के कोरोना के सैंपल लिए जाते हैं। सैंपल कलेक्शन के बाद इन्हें आईजीएमसी भेजा जाता है। ऐसे में मरीज को 2 से 3 दिन तक अपनी रिपोर्ट नहीं मिल पाती। आमतौर पर कोरोना के लक्षण नजर आने पर मरीज टेस्ट करवाने अस्पताल पहुंचते हैं।

loksabha election banner

अब मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित है या नहीं इसका पता रिपोर्ट से लग पाता है लेकिन रिपोर्ट में देरी होने के कारण मरीज अक्सर परेशान रहते हैं। वही रिपोर्ट का पता करने के बहाने भी कई मरीज बाजार के चक्कर काटते रहते हैं, ऐसे में सार्वजनिक स्थानों पर संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ जाती है। रिपन अस्पताल में आईजीएमसी की तरह अत्यधिक भीड़ ना होने के कारण लोग यहां कोरोनावायरस की जांच करवाने पहुंचते हैं। नई मशीन स्थापित हो जाने के बाद मरीजों को रिपोर्ट का इंतजार नहीं करना होगा और सैंपलिंग के दिन ही मरीज को रिपोर्ट मुहैया करवाई जाएगी। इससे संक्रमण फैलने की आशंका भी कम होगी और आईजीएमसी पर पड़ने वाला अतिरिक्त कार्यभार भी कम होगा। आईजीएमसी में रिपन के अलावा पूरे शिमला और किन्नौर जिला के सैंपल टेस्टिंग के लिए पहुंचते हैं। इसीलिए अक्सर रिपोर्ट आने में देरी होती है।

72 घंटे की कोविड नेगेटिव रिपोर्ट जरूरी

आमतौर पर फ्लाइट्स में यात्रा करने वाले लोगों को 72 घंटे की कोविड-19 नेगेटिव रिपोर्ट की आवश्यकता पड़ती है। ऐसे में लोगों को फ्लाइट से 3 दिन पहले टेस्ट करवाना होता है। तीसरे दिन फ्लाइट में चढ़ने से पहले नेगेटिव रिपोर्ट चेक की जाती है। ऐसे में अगर व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है या रिपोर्ट आने में और देर लग जाती है तो फ्लाइट कैंसिल करवाने की नौबत पड़ जाती है।

मशीन खरीदने की तैयारी

अस्पताल के एमएस डॉ रविंद्र मोक्टा का कहना है कि कोरोनावायरस की जांच के लिए अस्पताल प्रबंधन मशीन की खरीदारी करने की तैयारी में है। इसके लिए जल्द ही सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा। मौजूदा समय में अस्पताल में बिना किसी अवकाश के कोरोनावायरस की सेंपलिंग की जा रही है। इसके साथ ही अस्पताल में वैक्सीनेशन भी लगातार जारी है। कोरोना मरीजों को सुविधाएं देने के लिए प्रबंधन प्रयासरत है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.