कांगड़ा जिलावासियों को दोहरी राहत, काम पर निकले लोग; सभी सैंपल की रिपोर्ट भी नेगेटिव
दूसरे चरण के लॉकडाउन के बीच दी गई राहत का असर मंगलवार को जिलेभर में देखने को मिला।
धर्मशाला, जेएनएन। दूसरे चरण के लॉकडाउन के बीच दी गई राहत का असर मंगलवार को जिलेभर में देखने को मिला। सुबह आठ से 11 बजे तक तय समय में दुकानों को खोलकर आर्थिकी सुदृढ़ करने एवं रोजगार प्राप्त करने के लिए लोगों ने रुख किया। जिन लोगों की घरों के पास ही दुकानें थीं उन्हें तो कोई दिक्कत नहीं हुई लेकिन दूरदराज वाले क्षेत्र के कारोबारियों को पास न होने से समस्या का सामना करना पड़ा। दिनभर लोग ऑनलाइन पास बनाने में लगे रहे।
राहत के साथ ही प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि पैदल दुकानों एवं कामों के लिए जाने वालों को कोई औपचारिकता नहीं करनी होगी, लेकिन जिनके व्यवसाय दूर हैं उन्हें पहले वाहनों के पास बनवाने होंगे।
साथ ही जिला कांगड़ा के विभिन्न क्षेत्रों से संबंध रखने वाले 26 लोगों के सैंपलों की रिपोर्ट मंगलवार को नेगेटिव आई है। डीसी राकेश प्रजापति ने कहा कि मंगलवार को टांडा के सर्जरी वार्ड में चार संभावित लोगों के सैंपलों की जांच की गई। इसके अलावा छेब आइसोलेशन वार्ड के दो, नगरोटा सूरियां के 10 व इच्छी के 10 संभावित लोगों के सैंपलों की जांच की गई।
उन्होंने बताया कि सभी सैंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। ग्रामीण क्षेत्रों में जिन उद्योगों को लॉकडाउन में कार्य करने की अनुमति दी गई है, उनके प्रबंधकों को शारीरिक दूरी बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। डीसी ने कहा कि मंगलवार को जिले में खाद्य सामग्री के लिए 13 गाड़ियां ब्रेड की, 305 वाहन सब्जी, 92 वाहन दूध के, 31 गाड़ियां रसोई गैस की, पेट्रोल- डीजल के छह तथा 146 गाड़ियों से अनाज की आपूर्ति की गई। इसके अलावा सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत गेहूं की 35 तथा चावल की 16 ट्रकों के माध्यम से आपूर्ति की गई।
गगल में चिकन शॉप में उमड़ी भीड़
राहत के बाद गगल में मंगलवार को चिकन, मीट व मछली की दुकानें सुबह आठ से 11 बजे तक खुली रहीं। सैनी चिकन कॉर्नर के संचालक अनिल सैनी ने बताया कि मंगलवार को 115 किलोग्राम चिकन बेचा। पालमपुर क्षेत्र में भी काफी लोग उमड़े रहे।