अपना कर्फ्यू: धर्मशाला समेत जिलेभर में नाकाबंदी, उपायुक्त भी उतरे सड़क पर
कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा में अपना कर्फ्यू लागू हो गया है।
धर्मशाला, जेएनएन। कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा में अपना कर्फ्यू लागू हो गया है। वहीं लोग अकारण घरों से बाहर न निकलें, इसके लिए पुलिस ने धर्मशाला शहर समेत जिलाभर के विभिन्न स्थानों में नाकेबंदी कर दी है, ताकि उन्हीं लोगों की आवाजाही हो सके जो अति आवश्यक कार्य से निकल रहे हैं या फिर स्वास्थ्य सेवा का लाभ लेने अस्पताल जा रहे हैं।
धर्मशाला शहर में सदर थाना धर्मशाला के बाहर, रेडक्रॉस, कचहरी, गांधी चौक, दाड़ी बाईपास, योल चौकी, चैतडू, गगल समेत जिले के विभिन्न स्थानों में नाके लगाए हैं। जहां अपने वाहनों में सवार होकर आ रहे लोगों से बकायदा पूछताछ की जा रही है कि वह कहां जा रहे हैं। यदि वह वजह नहीं बता पा रहे हैं, तो उन्हें बकायदा वापस भेजा जा रहा है।
धर्मशाला में लॉक डाउन के उल्लंघन को लेकर स्वयं उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कमान संभालते हुए गांधी चौक में अपने वाहन से उतरकर लोगों से उनके आने की वजह पूछी और मौके पर एक सरकारी कर्मचारी को बिना आई कार्ड पहुंचने पर वापस घर भेज दिया। इसके बाद उपायुक्त कांगड़ा सीधे पुलिस अधीक्षक कांगड़ा के कार्यालय पहुंचे। जहां पुलिस अधीक्षक विमुक्त रंजन के साथ लॉक डाउन को लेकर चर्चा कर रहे हैं।
वहीं उपायुक्त कांगड़ा ने नाके में तैनात पुलिस कर्मियों को यह भी आदेश दिए हैं कि वह लोगों से बात करते समय उचित दूरी बनाए रखें और अपनी सेहत का ख्याल रखे। इसके अलावा जिले के अन्य उपमंडलों के एसडीएम भी सड़कों पर उतरे और स्वयं लोगों से घरों में रहने का आह्वान करने के साथ-साथ अकारण वाहन निकाल घर से निकले लोगों को पुन: वापस भेज दिया है।
हालांकि अपना कर्फ्यू का पहला दिन था, जिसे लेकर लोग पूर्णतया जागरुक नहीं थे और वह इसी के चलते जिले के कई भागों में लोग सड़कों पर उतर आए। लेकिन अब प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि बहुत ही जरूरी होगा, तभी वह आवाजाही करें अन्यथा उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। यही नहीं धर्मशाला समेत जिले के विभिन्न स्थानों में अकारण खोली दुकानों को भी बंद करवा दिया गया है।