Coronavirus: प्रवेशद्वारों से लौटाए श्रद्धालुओं के वाहन, श्रीलंका से लौटे तीन लोग पहुंचे जांच करवाने
Coronavirus Alert कांगड़ा जिले में श्रद्धालुओं के वाहनों को पंजाब से सटी सीमा से ही लौटाया गया।
धर्मशाला, जेएनएन। कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रदेश में सतर्कता बरती जा रही है। कांगड़ा, ऊना व बिलासपुर जिलों के सभी प्रवेशद्वारों पर पुलिस ने बुधवार को सख्ती दिखाते हुए प्रदेश के मंदिरों में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों को रोक दिया। वाहनों को वहीं से वापस भेज दिया। कांगड़ा जिले में श्रद्धालुओं के वाहनों को पंजाब से सटी सीमा से ही लौटाया गया। जिला प्रशासन ने टैरस, भरवाईं, कंडवाल व जिला मंडी से सटे बैजनाथ के घट्टा बैरियरों पर श्रद्धालुओं के वाहनों को वापस भेजा।
कांगड़ा जिले में मंदिर व अन्य धार्मिक स्थल बंद रहे। धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय अध्ययन केंद्र व हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के विद्यार्थी अगर विदेश से लौटे हैं तो उन्हें इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को देने को कहा गया है। कांगड़ा एयरपोर्ट के निदेशक स्वास्थ्य विभाग से समन्वय के साथ सभी यात्रियों के लिए स्क्रीनिंग व सैनिटाइज करने के लिए सुविधाएं उपलब्ध करवाएंगे।
कर्मचारियों व अधिकारियों की सुरक्षा के लिए जिला मुख्यालय धर्मशाला में उपायुक्त कार्यालय के सभी कर्मचारियों को मास्क वितरित किए गए हैं। श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर के द्वार बंद होने के बावजूद श्रद्धालुओं ने आरती के समय मुख्य गेट के बाहर खड़े होकर मां के जयकारे लगाए। श्री ज्वालामुखी व श्री नंदिकेश्वर धाम चामुंडा मंदिर व बाजारों में भी लोगों की आवाजाही अन्य दिनों के मुकाबले कम रही।
जांच के लिए पहुंचे तीन लोग
राजधानी शिमला के रिपन अस्पताल में फरवरी में श्रीलंका से लौटे तीन लोग स्वास्थ्य जांच के लिए पहुंचे। इन्हें जुकाम, खांसी व बुखार की शिकायत थी। हालांकि जांच के बाद तीनों को घर भेज दिया। तीनों लोग एक ही परिवार के सदस्य हैं और हरियाणा राज्य के मूल निवासी हैं। वहीं, जिला दंडाधिकारी शिमला अमित कश्यप ने जिले के सभी धार्मिक स्थलों को 31 मार्च तक बंद करने के आदेश जारी किए हैं। जाखू, संकटमोचन, तारादेवी व कालीबाड़ी मंदिर बंद रहेंगे। जिले के कोङ्क्षचग सेंटरों को भी बंद रखने के आदेश दिए हैं। उधर, उपमंडल रामपुर के सराहन में स्थित माता भीमाकाली मंदिर भी वीरवार से श्रद्धालुओं के लिए बंद हो जाएगा।
बैंक शाखाओं में मिलेंगे मास्क
कोरोना वायरस से बचाव के लिए ऊना में व्यापक प्रबंध किए गए हैं। बैंक शाखाओं समेत अन्य कार्यालयों में मास्क व सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है। पंजाब के साथ लगती जिला की सीमाओं पर ही बाहर से आने वाले वाहनों को रोका जा रहा है। आनंदपुर साहिब के साथ प्रदेश की सीमा पर बैरियर और ऊना के प्रवेशद्वार पर भी श्रद्धालुओं के वाहन वापस भेजे गए। प्रशासन ने बाबा बड़भाग सिंह मैड़ी स्थित धार्मिक स्थलों को भी बंद करने के लिए पत्र लिखा है।
संक्रमणमुक्त की बसें
बस स्टैंड चंबा की वर्कशॉप में बुधवार को बसों को सैनिटाइज किया गया। निजी बसों को भी संक्रमणमुक्त किया गया। वहीं, मेडिकल कॉलेज चंबा में सर्दी-जुकाम के मरीजों के लिए अलग ओपीडी का इंतजाम किया जाएगा। कोरोना का पर्यटन पर भी असर पड़ा है। डलहौजी, खजियार, चंबा व भरमौर के 60 फीसद होटल खाली हो गए हैं।
मंदिरों के कपाट बंद
मंडी जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण पर बाबा भूतनाथ, महामृत्युंजय हणोगी व नवाही माता मंदिर के कपाट बंद कर दिए हैं। जिला के सभी आधार केंद्र 31 मार्च तक बंद रखने व पड्डल गुरुद्वारा में लंगर पर रोक के आदेश दिए गए हैं। नेरचौक मेडिकल कॉलेज से मंगलवार को रेफर किए गए कोलकाता के मरीज की रिपोर्ट नेगटिव आई है। जोगेंद्रनगर में एसडीएम अमित मेहरा ने इलाके के मेडिकल स्टोर का निरीक्षण कर सैनिटाइजर का ब्योरा लिया।
धार्मिक स्थलों में आने-जाने पर रोक
जिला कुल्लू में धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं के आने-जाने पर रोक लगा दी गई है। कुल्लू जिला के आनी बस स्टैंड में बसों को सैनिटाइज किया गया।
नेपाल के आठ लोग निगरानी में
नादौन में पुलिस ने नाके लगाकर बाहर से आने वाले वाहनों में सवार लोगों को पूछताछ करने के बाद जिला में प्रवेश करने दिया। नेपाल से बुधवार को नादौन आए आठ लोगों की स्वास्थ्य विभाग ने जांच की। उन्हें 14 दिन की निगरानी में रखा गया है।
चालकों व परिचालकों को दिए मास्क
घुमारवीं बस स्टैंड पर क्षेत्रीय प्रबंधक ने करीब 100 निजी व सरकारी बसों को सैनिटाइज करवाया। चालकों व परिचालकों को मास्क वितरित किए गए।