Move to Jagran APP

धर्मशाला में विधानसभा की परंपरा पर भारी पड़ सकता है कोरोना

हिमाचल प्रदेश में कोरोना का बढ़ता प्रभाव इस बार कांगड़ा के मुख्‍यालय धर्मशाला की परंपरा पर संशय पैदा कर गया है। सोमवार को मंत्रिमंडल की बैठक में कोरोना के मद्देनजर कई फैसले लिए गए हैं। लक्ष्‍य यही है कि गतिविधियों को कम किया जाए।

By Richa RanaEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 05:19 PM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 05:19 PM (IST)
धर्मशाला में विधानसभा की परंपरा पर भारी पड़ सकता है कोरोना
प्रदेश में कोरोना का बढ़ता प्रभाव धर्मशाला में विधानसभा की परंपरा पर संशय पैदा कर सकता है।

धर्मशाला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश में कोरोना का बढ़ता प्रभाव इस बार कांगड़ा के मुख्‍यालय धर्मशाला में विधानसभा की परंपरा पर संशय पैदा कर सकता है। सोमवार को मंत्रिमंडल की बैठक में कोरोना के मद्देनजर कई फैसले लिए गए हैं। लक्ष्‍य यही है कि गतिविधियों को कम किया जाए।

loksabha election banner

सरकार ने इस कड़ी में अपने कार्यक्रम जनमंच पर भी रोक लगा दी है। रैलियां भी अभी स्‍थगित रहेंगी। लेकिन मुख्‍यमंत्री जयराम ठाकुर और शहरी विकास मंत्री के यह कहने से कि जरूरी नहीं कि विधानसभा का शीतकालीन सत्र हो ही जाए, एक परंपरा पर संशय नजर आ रहा है। गौरतलब है कि धर्मशाला के तपोवन स्थिति विधानसभा भवन में हर वर्ष शीतकालीन सत्र होता है। पक्ष और विपक्ष के अतिरिक्‍त पूरी सरकार कांगड़ा आती है। लेकिन जिस तरह कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, एहतियाती उपायों के बीच संभव है कि शीतकालीन सत्र कुछ देर बाद हो या धर्मशाला में न होकर शिमला में हो। 

दरअसल, पिछले सत्र को अभी छह माह नहीं हुए हैं, इसलिए इसे टाला भी जा सकता है। मुख्‍यमंत्री ने कहा है कि विपक्ष के लोगों के बातचीत के बाद तय करेंगे कि सत्र करें या नहीं, या धर्मशाला में ही करें, अथवा शिमला में। 

विधानसभा सत्र की परंपरा को हर सरकार निभाती रही है लेकिन इस बार स्थितियां अप्रत्‍याशित हैं और महामारी के कारण कई उचित पग उठाना अपेक्षित है। धर्मशाला में सत्र का लाभ ,खास तौर पर कांगड़ा, चंबा और ऊना, हमीरपुर जैसे जिलों को होता है। हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है लिहाजा सरकार भी एहतियातन कुछ कदम उठाने पड़ रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.