कोरोना ने दिए जख्म, मरहम दे रहा दर्द, काेरोना से मौत के बाद अब मुआवजे के लिए भटक रहे लोग
कोरोना से एक साल पहले हुई रीता देवी की मौत से टूट चुका परिवार अब मुआवजे के लिए कार्यालयों के चक्कर काट रहा है। तहसीलदार और अन्य कार्यालयों में दस्तावेज जमा करवाए तो कहा गया कि पति नहीं बच्चे के बैंक खाते मेें राशि में आएगी।
यादवेन्द्र शर्मा, शिमला। कोरोना से एक साल पहले हुई रीता देवी की मौत से टूट चुका परिवार अब मुआवजे के लिए कार्यालयों के चक्कर काट रहा है। तहसीलदार और अन्य कार्यालयों में दस्तावेज जमा करवाए तो कहा गया कि पति नहीं बच्चे के बैंक खाते मेें राशि में आएगी। अब बच्चे के नाम पर खाता भी खोल दिया, लेकिन 50 हजार रुपये का मुआवजा नहीं मिला। यह अकेले रीता के स्वजन की कहानी नहीं है, सैकड़ों ऐसे परिवार हैं जो कोरोना से अपनों को खोने के बाद मुआवजे के लिए कार्यालयों में चक्कर काट रहे हैं। कोरोना के दिए जख्मों के बाद मरहम ही उन्हें दर्द देने लगा है।
हिमाचल प्रदेश में अबतक तक 3888 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। इनमें से 3740 किस जिले के हैं यह भी निर्धारित हो गया। बावजूद इसके अब तक 797 को ही 50 हजार रुपये अनुग्रह मुआवजा मिल पाया है। कागजात पूरे होने पर भी मुआवजा नहीं मिल रहा है। जबकि आपदा प्रबंधन के तहत राजस्व विभाग इसके लिए 20 करोड़ की राशि बहुत पहले जारी कर चुका है। प्रदेश में कोरोना से हुई मौत को लेकर अनुग्रह राशि के लिए 1470 आवेदन स्वीकार कर लिए हैं, यानी सरकार का भी मानना है कि इनके सभी दस्तावेज पूरे हैं। लेकिन, अभी तक इन्हें मुआवजा नहीं मिला है।
यह है जरूरी
-अनुग्रह मुआवजा राशि प्राप्त करने को आवेदन फार्म भरना होगा।
-जिस अस्पताल में संक्रमण के कारण मौत हुई उसका प्रमाणपत्र।
-कानूनी उत्तराधिकारी का प्रमाणपत्र
-बैंक खाते की फोटो स्टेट कापी, जिसमें राशि आएगी।
प्रदेश में मुआवजे की स्थिति
जिला मौत दावे लाभार्थी
बिलासपुर 91 70 10
चंबा 162 153 150
हमीरपुर 338 150 101
कांगड़ा 882 396 198
किन्नैार 39 20 09
कुल्लू 160 67 60
लाहुल स्पीति 23 14 07
मंडी 463 88 28
शिमला 666 88 28
सिरमौर 211 61 02
सोलन 318 67 34
ऊना 387 163 107
कुल 3740 1470 797
मुआवजा के लिए 20 करोड़ दिए गए हैं। अभी तक 797 को 50-50 हजार की राशि प्रदान की गई है। केवल 1470 आवेदन मिले हैं। इसके लिए संबंधित एसडीएम कार्यालय में आवेदन करना होगा।
-सुदेश मोक्टा, विशेष सचिव एवं निदेशक, आपदा प्रबंधन।