एमएसएमइ और स्वावलंबन योजना के लिए सहयोग नहीं कर रहे बैंकर्स
संवाद सहयोगी धर्मशाला सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम (एमएसएमइ) की जून 2020 में परिभाषा बदली है। यह बात
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम (एमएसएमइ) की जून, 2020 में परिभाषा बदली है। यह बात प्रधानमंत्री जन कल्याणकारी प्रचार-प्रसार अभियान के प्रदेश मुख्य सलाहकार भूपराम वर्मा ने धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। उन्होंने कहा कि उन्हें शिकायतें मिली हैं कि एमएसएमइ और स्वावलंबन योजना के तहत बैंकर्स पात्र लोगों को सहयोग नहीं कर रहे हैं। जहां से भी ऐसी शिकायतें मिल रही हैं, शीघ्र ही उनकी सूची तैयार करवाई जाएगी तथा संबंधित क्षेत्रों में प्रमुख बैंकों के महाप्रबंधकों से बैठकें की जाएंगी।
जो बैंकर्स पात्र बेरोजगारों को ऋण के मामले में सहयोग नहीं कर रहे हैं, उनकी शिकायत केंद्र सरकार और आरबीआइ से भी की जाएगी। इसके अतिरिक्त ऐसे मामलों को मुख्यमंत्री व उद्योग मंत्री से भी उठाया जाएगा। उन्होंने बताया कि देश की आबादी लगभग 138 करोड़ है, जिसमें से 7.7 फीसद बेरोजगार हैं, वहीं प्रदेश की बात करें तो जनसंख्या लगभग 68 लाख है, जिसमें 20 फीसद आबादी बेरोजगार है। पात्रों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए पीएम की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। कोविड-19 के बावजूद केंद्र सरकार ने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। प्रधानमंत्री जन कल्याणकारी प्रचार-प्रसार अभियान के तहत लाहौल-स्पीति और किन्नौर को छोड़कर शेष 10 दिन में जिला कार्यकारिणी गठित कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि जिला कांगड़ा कार्यकारिणी बेहतर कार्य कर रही है। इस अवसर पर अभियान के जिला कांगड़ा अध्यक्ष भोला राम सहित अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।