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छह जिलों के कालेज आएंगे मंडी विश्वविद्यालय के अधीन

हिमाचल के मंडी जिला में प्रदेश का दूसरा विश्वविद्यालय बनेगा। प्रदेश मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद इसके लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस विश्वविद्यालय के बनने से प्रदेश के हजारों विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। छह जिलों के कालेज इस विश्वविद्यालय के अधीन आएंगे।

By Neeraj Kumar AzadEdited By: Published: Tue, 09 Nov 2021 10:15 PM (IST)Updated: Tue, 09 Nov 2021 10:15 PM (IST)
छह जिलों के कालेज आएंगे मंडी विश्वविद्यालय के अधीन
छह जिलों के कालेज आएंगे मंडी विश्वविद्यालय के अधीन। जागरण आर्काइव

शिमला, जागरण संवाददाता। हिमाचल के मंडी जिला में प्रदेश का दूसरा विश्वविद्यालय बनेगा। प्रदेश मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद इसके लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस विश्वविद्यालय के बनने से प्रदेश के हजारों विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। छह जिलों के कालेज इस विश्वविद्यालय के अधीन आएंगे। विश्वविद्यालय बनने से यहां पर पीजी प्रोग्राम शुरू होंगे।

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अब तक हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में सीमित ही सीटें थी, खासकर प्रोफेशनल कोर्स में। कलस्टर विश्वविद्यालय को जब दूसरे विश्वविद्यालय का दर्जा मिल जाएगा तो नए कोर्स यहां शुरू होंगे और सीटों की संख्या भी बढ़ेगी। ऐसे में विद्यार्थियों को दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा। प्रदेश सरकार के इस फैसले से हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला पर प्रशासनिक बोझ कम होगा। हिमाचल विश्वविद्यालय शिमला के बोझ को कम करने और गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा देने के लिए केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान में कलस्टर विश्वविद्यालय खोलने को स्वीकृति दी है। वर्ष 2014 में मंडी में कलस्टर विश्वविद्यालय खोलने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा गया था।

सरकार के निर्णय से विद्यार्थियों को मिलेगा फायदा : प्रो. गुप्ता

हिमाचल प्रदेश उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष व एचपीयू शिमला के पूर्व कुलपति प्रो. सुनील कुमार गुप्ता ने कहा कि सरकार के इस निर्णय से हिमाचल के विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। इससे विद्यार्थियों को शिमला नहीं आना पड़ेगा। छात्र हित के अलावा प्रशासनिक फायदे भी होंगे। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला पर प्रशासनिक बोझ बहुत ज्यादा है। दूसरा विश्वविद्यालय बन जाने के बाद संबद्धता, परीक्षा जैसे कार्य वहां से भी संचालित होंगे। परीक्षा परिणाम तय समय पर निकलेगा। उन्होंने इस निर्णय के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर का आभार व्यक्त किया है।

क्यों जरूरी है दूसरा विश्वविद्यालय

हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा 25 जनवरी, 1971 को मिला। इससे ठीक छह माह और तीन दिन पहले हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की स्थापना हुई थी। एचपीयू की स्थापना के 51 साल तीन महीने और 17 दिन बाद अब हिमाचल प्रदेश के दूसरे राज्य विश्वविद्यालय का रास्ता प्रशस्त हुआ है। मंडी में प्रदेश विश्वविद्यालय खोलने का निर्णय ऐतिहासिक है। ऐतिहासिक इसलिए क्योंकि हिमाचल के गठन से प्रदेश में केवल एक ही विश्वविद्यालय है। 22 जुलाई, 1970 को हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला की स्थापना की गई थी।


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