जयराम ठाकुर बोेले, गृह मंत्रालय की शर्त के कारण दिल्ली सरकार को आक्सीजन देना संभव नहीं
Himachal Oxygen Supply मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कहना है कि दिल्ली सरकार को आक्सीजन की आपूर्ति करना संभव नहीं है। दूसरे राज्यों को आक्सीजन की आपूर्ति करने के लिए गृह मंत्रालय से अनुमति लेना जरूरी है। दिल्ली आक्सीजन की कमी का सामना कर रही है।
शिमला, राज्य ब्यूरो। Himachal Oxygen Supply, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कहना है कि दिल्ली सरकार को आक्सीजन की आपूर्ति करना संभव नहीं है। दूसरे राज्यों को आक्सीजन की आपूर्ति करने के लिए गृह मंत्रालय से अनुमति लेना जरूरी है। राज्य अतिथिगृह पीटरहॉफ में पत्रकारों से बात करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के आग्रह पर प्रदेश सरकार ने आक्सीजन देने का वादा किया था। क्योंकि दिल्ली आक्सीजन की कमी का सामना कर रही है। ऐसी आपातकालीन परिस्थिति में हमने आक्सीजन देने का वादा किया था। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत गृह मंत्रालय से अनुमति लेना आवश्यक है। अब भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत गृह मंत्रालय की अनुमि के बाद ही दूसरे राज्यों को आक्सीजन भेजी जा सकती है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार ने दिल्ली में आक्सीजन की कमी की स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार को आक्सीजन देने का वादा किया था। अब आक्सीजन देने के मामले में केंद्र सरकार को ही निर्णय लेना है। पावंटा साहिब व काला अंब से दिल्ली को 100 सिलेंडर भेजे जाने थे। लेकिन खाली सिलेंडरों की उपलब्धता नहीं होने के कारण आक्सीजन भेजी नहीं जा सकी।
टीका है जरूरी : मंत्री
तकनीकि शिक्षा एवं जनजातीय विकास मंत्री डाक्टर रामलाल मार्कंडेय ने कहा वैक्सीन लगाने को लेकर सबसे पहले तो दो बातें समझने की जरूरत है। वैक्सीन कोरोना वायरस से सुरक्षित रहने के लिए जरूरी है और जो लोग विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त हैं उनके लिए वैक्सीन डोज संजीवनी है। इसलिए किसी दुविधा में पड़ने के बजाए सभी लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र की ओर कदम बढ़ाने चाहिए। इससे पहले हर व्यक्ति को वैक्सीन डोज लगवाने के लिए पंजीकरण करवाना चाहिए ताकि अनावश्यक तौर पर स्वास्थ्य केंद्र पर व्यर्थ बैठना न पड़े। पहले सरकार ने अधिक उम्र के लोगों के लिए वैक्सीन की सुविधा की थी। लेकिन उसके बाद पैंतालीस वर्ष की आयु वर्ग और अब तो अठारह वर्ष से अधिक के आयु के युवाओं को भी वैक्सीन डोज देकर सुरक्षित करने का निर्णय लिया है। इसलिए हर व्यक्ति की सुरक्षा के लिए शुरू किए गए समग्र वैक्सीनेशन अभियान में सबको तत्परता से आगे आकर वैक्सीन लेनी चाहिए। वैक्सीन डोज लगाने के बाद मानसिक तौर पर भी हर व्यक्ति सुरक्षित महसूस करेगा।