बिना उपायुक्त की अनुमति के हिमाचल में नहीं मिलेगा प्रवेश, सीएम बोले- मृत्यु या बीमारी पर ही जारी हो ई-पास
देश के विभिन्न भागों में फंसे तथा हिमाचल आने के इच्छुक लोगों को संबंधित उपायुक्तों के समक्ष ऑनलाइन आवेदन मंजूर होने और पूरी जांच के बाद ही प्रदेश में आने दिया जाएगा।
शिमला, जेएनएन। देश के विभिन्न भागों में फंसे तथा हिमाचल आने के इच्छुक लोगों को संबंधित उपायुक्तों के समक्ष ऑनलाइन आवेदन मंजूर होने और पूरी जांच के बाद ही प्रदेश में आने दिया जाएगा। राज्य में पिछले तीन दिन में कोरोना के 100 नए मामले आए हैं, जो चिंता का विषय है। प्रदेश के सभी उपायुक्त अपने जिलों में कोविड केयर केंद्र की घोषणा करेंगे। सरकार ने उपायुक्तों को यह अधिकार प्रदान किया है।
यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने सोमवार को शिमला में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ कही। देश के विभिन्न भागों में फंसे दो लाख लोगों को प्रदेश में वापस लाया गया है। राज्य में केवल मृत्यु या बीमारी की स्थिति में ही लोगों को ई-पास प्रदान किए जाने चाहिए। होम क्वारंटाइन तंत्र को अधिक प्रभावी बनाने का निर्देश दिया। ऐसे लोगों पर लगातार निगरानी रखकर उनका घर पर ही रहना सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
उपायुक्तों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राज्य में आने वाले लोग अपने ई-पास में न केवल अपने गंतव्य स्थान, बल्कि अपने प्रारंभिक स्थान का नाम भी दर्ज करवाएं। आवश्यकता हो तो संस्थागत क्वारंटाइन के लिए स्कूलों का भी उपयोग होना चाहिए। जो लोग रेड जोन शहरों से आ रहे हैं, उन्हें संस्थागत क्वारंटाइन में रखा जाए। इसके चार-पांच दिन के बाद उनकी कोविड जांच की जाए।
जांच रिपोर्ट नकारात्मक आने के बाद ही उन्हें होम क्वारंटाइन के लिए घर जाने की अनुमति प्रदान की जाए। मुख्य सचिव अनिल खाची, पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जेसी शर्मा तथा अन्य अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।