सचिवालय में शिकायतें लटकने पर मुख्यमंत्री तल्ख, सचिव स्तर पर निपटारा नहीं होने को बताया गंभीर मामला
CM Jairam Thakur Aggressive मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा सीएम हेल्प लाइन से प्राप्त शिकायतों का सचिवालय में सचिवों के स्तर पर निपटारा नहीं होना गंभीर मामला है। अफसरों के स्तर में बड़ी संख्या में लंबित मामलों पर चिंता व्यक्त की।
शिमला/धर्मशाला, जेएनएन। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा सीएम हेल्प लाइन से प्राप्त शिकायतों का सचिवालय में सचिवों के स्तर पर निपटारा नहीं होना गंभीर मामला है। एल-4 चरण यानी अफसरों के स्तर में बड़ी संख्या में लंबित मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रशासनिक सचिवों को शिकायतों के निवारण पर विशेष प्रयास करें। आला अधिकारी लंबित मामलों पर गंभीरता से विचार करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि 1100 हेल्पलाइन से आने वाली शिकायतों को गंभीरता से लें। लोगों की शिकायतों का निपटारा घर बैठे होना चाहिए।
जयराम मंगलवार को शिमला स्थित राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन 1100 की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में शिकायतों के संतोषजनक निवारण की दर में वृद्धि हुई है, परंतु इसे और अधिक बढ़ाने के प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि जल शक्ति विभाग की संतोषजनक क्लोजर रिपोर्ट 72 प्रतिशत है, जो कि सबसे अधिक है। राज्य स्तर पर संतोषजनक क्लोजर रिपोर्ट 64 प्रतिशत है।
81 फीसद शिकायतें 10 विभागों से
कुल शिकायतों में 81 फीसद 10 मुख्य विभागों जल शक्ति, लोक निर्माण, पंचायती राज, राजस्व, एचपीएसईबीएल, पुलिस, ग्रामीण विकास, एचआरटीसी, वन और शहरी विकास से संबंधित होती हैं। अभी तक 84 विभागों से संबंधित 789756 फोन कॉल आए।
झूठी कॉल पर नीति बनाएं
सीएम ने कहा कि अप्रासंगिक और झूठी कॉल करने वालों पर रोक लगाने के लिए नीति तैयार की जानी चाहिए। क्योंकि इसके कारण संबंधित विभागों को अनावश्यक परेशानी होती है। हेल्पलाइन के कर्मचारियों की कार्यशैली की सराहना भी की।