हिमाचल में बागवान धोखाधड़ी मामले में सात और एफआइआर दर्ज, सीआइडी ने जारी की एडवायजरी
Apple Farmer Fraud सेब बागवानों की कमाई डकारने वाले आढ़तियों व्यापारियों पर शिकंजा कड़ा हो गया है। सीआइडी ने इस संबंध में सात और एफआइआर दर्ज की है।
शिमला, जेएनएन। सेब बागवानों की कमाई डकारने वाले आढ़तियों, व्यापारियों पर शिकंजा कड़ा हो गया है। सीआइडी ने इस संबंध में सात और एफआइआर दर्ज की है। अब कुल दर्ज एफआइआर 107 हो गई हैं।
यह प्रदेश का पहला ऐसा मामला है, जिसमें इतनी बड़ी संख्या में एफआइआर दर्ज की गई हैं। इन मामलों में डकारा गया पैसा प्रभावितों को वापस लौटाने में लगातार कामयाबी मिली है। केवल एक सप्ताह के अंदर 49 लाख वापस करवाए गए हैं।
आढ़तियों के हाथों लूट
सीआइडी ने जांच मामलों के विश्लेषण से पाया है कि हिमाचल के भोले-भाले बागवानों को आढ़ती, व्यापारी अधिक कीमत का लालच देकर लूट रहे हैं। साढ़े चार हजार करोड़ की सेब आर्थिकी के नाम पर कई बिचौलिये भी सक्रिय हो जाते हैं। लेकिन अब ऐसे व्यक्तियों पर कानूनी कारवाई हो रही है।
सीआइडी ने जारी की एडवायजरी
- सेब विश्वसनीय एवं अधिकृत, पंजीकृत आढ़ती को ही बेचें। मोलभाव करने वालों, मध्यस्थता, बिचौलियों से सावधान रहें।
- सेब बेचने से पूर्व आढ़ती के बारे में अच्छी तरह से पड़ताल कर लें, उसके पूर्व के लेन- देन का पता सही होने या न होने के बारे में पता कर लें।
- यह भी सुनिश्चत कर लें कि आढ़ती स्थानीय पुलिस से सत्यापित है या नहीं
- बागवान अपनी सेब की फसल को उसी आढ़ती को बेचें, बिक्रय मूल्य को तुरंत देने की क्षमता रखता हो।
- अगर कोई आढ़ती कारोबार के लिए किसी सौदागर शक्ति देता है और वह तय नियमों के तहत करोबार नहीं करता है तो उसकी पुलिस, एपीएमसी, उप निदेशक कृषि से शिकायत करें।
- बागवान सेब को मंडियों तक पहुंचाने के लिए विश्वसनीय, प्राधिकृत व पंजीकृत परिवहन यूनियन के वाहन का ही प्रयोग करें। वाहन को भाड़े में लेने से दस्तावेजों की पड़ताल कर लें।
- सड़क के किनारे बैठकर कारोबार करने वालों को फसल न दें, सड़क छाप, आढ़ती, बिचौलियों से सावधान रहें।
- सेब बिक्री का लेन-देन ऑनलाइन करवाएं, लंबी अवधि के चैक से परहेज करें।
- चेक बाउंस होने पर एसीएमसी के सचिव, उप निदेशक, कृषि विभाग से संपर्क करें।
सीआइडी की एसआइटी ने सभी शिकायतों की गहन जांच की है। धोखाधड़ी के शिकार हुए बागवानों को बड़ी राहत दिलाई गई। डूबा हुआ पैसा वापस लौटाया गया है। यह क्रम आगे भी जारी रहेगा। -अशोक तिवारी, एडीजीपी, सीआइडी।
अब तक 107 एफआइआर दर्ज हुई है। इसमें सफलता दर काफी अधिक हैं। एसआइटी ने बेहतरीन कार्य किया है। इसके मुखिया एसपी वीरेंद्र कालिया को रोजाना आभार पत्र आ रहे हैं। शेष शिकायतों की जांच चल रही है। -बिमल गुप्ता, डीआइजी क्राइम।