छुट्टियों में इंदिरा गांधी खेल परिसर में प्रैक्टिस कर पाएंगे बच्चे, विभाग ने सरकार से मांगी परमिशन
Indira Gandhi Khel Parisar इंदिरा गांधी खेल परिसर शिमला में दो साल बाद छोटे बच्चे भी खेल प्रैक्टिस के लिए आ पाएंगे। युवा सेवाएं एवं खेल विभाग ने इसको लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी है। विभाग की ओर से इसका प्रस्ताव तैयार कर मंजूरी के लिए सरकार को भेजा है।
शिमला, जागरण संवाददाता। राजधानी शिमला स्थित इंदिरा गांधी खेल परिसर में दो साल बाद छोटे बच्चे भी खेल प्रैक्टिस के लिए आ पाएंगे। युवा सेवाएं एवं खेल विभाग ने इसको लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी है। विभाग की ओर से इसका प्रस्ताव तैयार कर मंजूरी के लिए सरकार को भेजा है। इसमें कहा गया है कि कोरोना के चलते दो सालों से स्कूल बंद हैं। छोटे बच्चें घरों में ही कैद हो कर रह गए हैं। मोबाइल, टीवी और वीडियो गेम में ही वे व्यस्त हैं। यदि खेल परिसर को बच्चों की प्रैक्टिस के लिए खोला जाता है तो उनके लिए बेहतर रहेगा।
विभाग ने कहा है कि शारीरिक दूरी के नियमों के तहत ही यहां पर खेल गतिविधियों का आयोजन करवाया जाएगा। कोरोना के कारण बंद खेल परिसर को बंद कर दिया गया था। 15 साल से अधिक आयु के लोगों को खेल अभ्यास के लिए इसे खोला गया है। हालांकि बीच में कई बार इसे बंद करना पड़ा था। खेल परिसर के इंचार्ज और उपनिदेशक युवा सेवाएं एवं खेल विभाग अनुराग वर्मा ने कहा कि खेल परिसर को छोटे बच्चों को खोलने के लिए सरकार से अनुमति मांगी गई है। सरकार की ओर से इसका जवाब आने के बाद यहां पर खेल गतिविधियां 15 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों के लिए शुरू कर दी जाएगी। आवेदन करने वालों में किसको और कितनी संख्या में प्रवेश मिलेगा यह संबंधित कोच तय करेंगे। कोविड नियमों पर हर खिलाड़ी को अमल करना होगा।
अभिभावक भी चाह रहे हैं बच्चे प्रैक्टिस करें
खेल विभाग के अनुसार अभिभावक चाह रहे हैं कि उनके बच्चे परिसर में आकर खेल अभ्यास करें और शारीरिक रूप से फिट रहें। परिसर में शूटिंग में सबसे अधिक खिलाड़ी बैच वाइज आकर अभ्यास कर रहे हैं। खेल परिसर में बैडमिंटन, जूड्डो, कराटे, ताइक्वांडो, वॉलीबाल, टेबल टेनिस, बॉक्सिंग जैसे खेलों की बच्चें यहां पर प्रैक्टिस करते हैं। यह शिमला का एक मात्र खेल परिसर है जहां पर बच्चें प्रैक्टिस के लिए आते हैं। यहां पर जिम की सुविधा भी है।