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चुनावी वर्ष में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का मास्‍टर स्‍ट्रोक, विपक्ष से छीन लिए बड़े मुद्दे

इसे कहते हैं चुनावी तैयारी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोलन में एक साथ कई घोषणाएं कर विपक्षी दलों से बड़े मुद्दे छीन लिए हैं। महंगी बिजली और कर्मचारियों के मुद्दे पर मुख्यमंत्री कांग्रेस सहित दूसरे राजनीतिक दलों के निशाने पर रहे हैं। प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं।

By Neeraj Kumar AzadEdited By: Published: Wed, 26 Jan 2022 07:15 AM (IST)Updated: Wed, 26 Jan 2022 08:38 AM (IST)
चुनावी वर्ष में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का मास्‍टर स्‍ट्रोक, विपक्ष से छीन लिए बड़े मुद्दे
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर। फाइल फोटो

रोहित नागपाल, शिमला। इसे कहते हैं चुनावी तैयारी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोलन में एक साथ कई घोषणाएं कर विपक्षी दलों से बड़े मुद्दे छीन लिए हैं। महंगी बिजली और कर्मचारियों के मुद्दे पर मुख्यमंत्री कांग्रेस सहित दूसरे राजनीतिक दलों के निशाने पर रहे हैं। प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव भी होने हैं। ऐसे में पूर्ण राज्यत्व दिवस पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मास्टर स्ट्रोक खेलकर भाजपा को फ्रंट फुट पर लाकर खड़ा कर दिया है।

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पड़ोसी राज्यों में विधानसभा चुनाव के दौरान मुफ्त बिजली और अन्य घोषणाएं कर मतदाताओं को लुभाने का प्रयास किया जा रहा है। हिमाचल में भी यही अहम मुद्दे रहने वाले थे, लेकिन मुख्यमंत्री ने समय पर मास्टर स्ट्रोक खेल दिया है। वहीं, इससे विपक्ष सकते में है कि इसका विरोध करे तो किस तरह से करे। विधानसभा चुनाव को अभी लगभग 11 माह का समय है। वहीं, शिमला नगर निगम के चुनाव के लिए भी तीन महीने का समय है। इसलिए कोई भी इस तरह की उम्मीद नहीं कर रहा था कि 25 जनवरी को मुख्यमंत्री ऐसी घोषणा कर सकते हैं। चुनाव के दौरान विरोधी दलों को अब लोगों के बीच जाने से पहले दूसरे मुद्दे तलाशने पड़ेंगे। प्रदेश में पहले ही एक बड़े वर्ग को मुफ्त बिजली का तोहफा मिल चुका है। इसके साथ कर्मचारियों को भी आकर्षित करने के लिए उनकी हर मांग को करीब-करीब मान लिया है। हालांकि कर्मचारी यह मानकर चल रहे हैं कि पूरी स्थिति अधिसूचना के बाद ही साफ होगी। इसके बाद ही पता चलेगा कि किसे कितना लाभ होगा।

प्रदेश में कोरोना काल के दौरान बिजली सब्सिडी पर सरकार ने कट लगाया था। इसके बाद से बिजली की दरों को लेकर राज्य सरकार अमूमन विपक्ष के निशाने पर रहती थी। दूसरी तरफ प्रदेश में बिजली के मीटर बदलने के बाद लोगों को भारी भरकम बिल जारी किए जा रहे थे। यह सभी मामले अब मुख्यमंत्री की इस घोषणा के नीचे दब जाएंगे। हिमाचल भाजपा भी मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद काफी उत्साहित है और विधानसभा चुनाव के दौरान लोगों के बीच जाकर बिजली के मुद्दे को भुनाया जाएगा।


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