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आकांक्षी जिलों के सुधार में चंबा को दूसरा स्थान, सांसद किशन कपूर ने थपथपाई अधिकारियों की पीठ

देश के आकांक्षी जिलों के समग्र और समावेशी विकास में निरंतर सुधार के नीति आयोग द्वारा आकलन में चंबा ने दूसरा स्थान पाया है। इस उपलब्धि के लिए कांगड़ा के सांसद किशन कपूर ने चंबा के विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी।

By Virender KumarEdited By: Published: Sun, 05 Dec 2021 09:16 PM (IST)Updated: Sun, 05 Dec 2021 09:16 PM (IST)
आकांक्षी जिलों के सुधार में चंबा को दूसरा स्थान, सांसद किशन कपूर ने थपथपाई अधिकारियों की पीठ
आकांक्षी जिलों के सुधार में चंबा को दूसरा स्थान मिलने पर सांसद किशन कपूर ने बधाई दी। जागरण आर्काइव

चंबा, संवाद सहयोगी। देश के आकांक्षी जिलों के समग्र और समावेशी विकास में निरंतर सुधार के नीति आयोग द्वारा आकलन में चंबा ने दूसरा स्थान पाया है। इस उपलब्धि के लिए कांगड़ा के सांसद किशन कपूर ने चंबा के विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी। कहा केंद्र और राज्य के संयुक्त प्रयास से प्रदेश के इस पिछड़े जिले में विकासात्मक कार्यों की ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

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नीति आयोग के इस आकलन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सांसद किशन कपूर ने कहा कि कठिन भौगोलिक परिस्थितियों वाले आकांक्षी जिला चंबा में तीन साल में जो विकास के कार्य हुए हैं, उनके प्रभावी कार्यान्वयन का दायित्व राज्य सरकार और जिला के अधिकारियों का है।

यह हर्ष का विषय है कि नीति आयोग ने प्रदेश और जिला के कार्य को श्रेष्ठ आंका है। सांसद ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जनप्रतिनिधि की अध्यक्षता में दिशा जैसे विकास कार्यों के लिये गठित समितियों के प्रभावी मूल्यांकन से भी चंबा जिला में विकास कार्य सुचारू रूप से आगे बढ़ रहे हैं।

देश से आर्थिक विषमता को समाप्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2018 में सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े जिलों की पहचान कर उनके समग्र विकास में सहायता के लिए आकांक्षी जिला के लिए विशेष कार्यक्रम बनाए। इसके अंतर्गत देश के 28 राज्यों से 115 जिलों की पहचान की गई थी, जिनमें प्रदेश का चंबा जिला भी सम्मिलित है। यह कार्यक्रम नीति आयोग द्वारा संचालित और राज्यों द्वारा कार्यान्वित किया जाता है।

उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य वास्तविक समय में प्रगति के माध्यम से पांच मुख्य क्षेत्रों के 49 संकेतकों पर आकांक्षी जिलों का मूल्यांकन करना है। इसके तहत विभिन्न जिलों की प्रगति का मूल्यांकन देश एवं राज्य के सबसे प्रगतिशील जिले से अंतर के आधार पर किया जाता है। इसके पश्चात आकांक्षी जिलों की रैंङ्क्षकग निर्धारित की जाती है।


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