मिंजर मेले के समापन पर सील रहा चंबा शहर, लोगों ने घरों की छत पर बैठकर देखी शोभायात्रा
ऐतिहासिक मेला कोविड-19 महामारी के बीच रविवार को विधिवत रूप से संपन्न हो गया। मिंजर मेले के समापन पर नगर परिषद के सभी वार्डों को सील कर दिया गया। रविवार दोपहर करीब एक बजे से शाम सात बजे तक चंबा शहर के सभी वार्ड पूरी तरह से सील रहे।
चंबा, संवाद सहयोगी। ऐतिहासिक मेला कोविड-19 महामारी के बीच रविवार को विधिवत रूप से संपन्न हो गया। मिंजर मेले के समापन पर नगर परिषद चंबा के तहत आने वाले सभी वार्डों को सील कर दिया गया। रविवार दोपहर करीब एक बजे से शाम सात बजे तक चंबा शहर के सभी वार्ड पूरी तरह से सील रहने के चलते लोगों ने घरों की छतों पर बैठकर शोभायात्रा देखी।
केवल आपातकालीन स्थिति में ही व्यक्ति को घर से निकलने की अनुमति प्रदान की गई थी। नगर परिषद चंबा के तहत मेडिकल दुकानों को छोड़कर बाकी सभी दुकानें भी पूर्ण रूप से बंद रही। बीते वर्ष की तरह इस वर्ष भी ङ्क्षमजर मेला मात्र पारंपरिक रस्मों के निर्वहन तक ही सीमित रहा। शुभारंभ समारोह की भांति समापन समारोह भी केवल परंपराओं के निर्वहन किया गया। शहर के गणमान्य शोभायत्रा में शामिल होकर ङ्क्षमजर प्रवाहित करने के लिए शहर से रवाना हुए। इससे पूर्व मेले के शुभारंभ के अवसर पर भी चंबा शहर को सील किया गया था। जिसमें शहर के लोगों का प्रशासन को भरपूर सहयोग भी मिला था। शहर की सड़कों पर लोगों की आवाजाही देखने को नहीं मिली। यदि ङ्क्षमजर मेले में रस्म अदायगी से जुड़े गणमान्यों को छोड़ दिया जाए तो उनके अलावा कोई भी व्यक्ति चंबा शहर में नहीं पहुंच सका।
उधर, उपायुक्त चंबा डीसी राणा का कहना है कि कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए ही प्रशासन द्वारा चंबा शहर को सील करने का निर्णय गया था। यदि ऐसा नहीं किया जाता तो शोभायात्रा के दौरान भीड़ उमड़ती, जिस कारण कोरोना महामारी के फैलने का खतरा बढ़ सकता था। मेले के समापन के दौरान चंबा शहर के सील करने के संबंध में पहले ही जानकारी दे दी गई थी।