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तीन महीनों में ही उखड़ने लगी छैला- नेरीपुल- यशवंत नगर रोड की टायरिंग, लोग परेशान

राजगढ़ उपमंडल में तीन माह के अंतराल में ही छैला- नेरीपुल- यशवंत नगर - कुम्हारहट्टी सड़क की टायरिंग उखड़ने लग गई है। तीन जिला को जोड़ने वाली इस सड़क के सुधारीकरण व पक्का करने पर 46 करोड़ की राशि व्यय की जा रही है।

By Richa RanaEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 04:23 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 04:23 PM (IST)
तीन महीनों में ही उखड़ने लगी छैला- नेरीपुल- यशवंत नगर रोड की टायरिंग, लोग परेशान
तीन माह में ही छैला- नेरीपुल- यशवंत नगर - कुम्हारहट्टी सड़क की टायरिंग उखड़ने लग गई है।

राजगढ़,संवाद सूत्र। राजगढ़ उपमंडल में तीन माह के अंतराल में ही छैला- नेरीपुल- यशवंत नगर - कुम्हारहट्टी सड़क की टायरिंग उखड़ने लग गई है। जिस पर क्षेत्र के लोगों ने टायरिंग की गुणवता पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। तीन जिला को जोड़ने वाली इस सड़क के सुधारीकरण व पक्का करने पर 46 करोड़ की राशि व्यय की जा रही है। विभागीय सूत्रों के अनुसार इस 85 किलोमीटर लंबी इस सड़क का 42 किमी हिस्सा राजगढ़ डिवीजन के अधीन आता है। शेष 43 किलोमीटर हिस्सा ठियोग, सोलन और कसौली डिविजन के अधीन आता है।

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विभाग द्वारा इस कार्य को जुलाई 2020 र्में पीकेसी कंपनी को अवार्ड किया गया है। आगामी वर्ष 2025 तक इस कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश के जाने माने साहित्यकार विद्यानंद सरैक, पूर्व प्रधान अरूण मेहता, जगमोहन मेहता, जातीराम कमल, रमेश सरैक, प्रदीप कंवर, जीडी शर्मा शरगांव सहित अनेक लोगों का कहना है कि लोक निर्माण विभाग की लचर व्यवस्था होने के चलते तीन महीनों के भीतर ही टायरिंग उखड़ जाना खेद का विषय है। जिसके लिए इन्होने मुख्यमंत्री से उच्चस्तरीय जांच की मांग की गई है।

इस सड़क के केवल दस फुट हिस्से को पक्का किया गया है जोकि कम है। जिस कारण कई बार साईड देते हुए गाड़ियां झोल खाने से हादसे की संभावना उत्पन्न हो जाती है। लोगों की मांग है कि रोड़ के पांच मीटर हिस्से को पक्का किया जाना चाहिए। सबसे अहम बात यह है कि विभाग द्वारा इस सड़क को 9 टन गाड़ियों के भार को ध्यान में रखते हुए पक्का किया जा रहा है। जबकि इस सड़क पर 27 टन ट्राला बेलगाम चल रहे हैं। जिससे कुछ दिनों में इस सड़क की हालत पहले की भांति दयनीय हो जाएगी। इनका आरोप है कि इससे पहले सड़कों में डंगे देने कार्य भी क्षेत्र के छोटे ठेकेदारों को दिए गए थे, जिसमें भी गुणवता का ध्यान नहीं रखा गया था।

अरुण मेहता व रमेश सरैक का कहना है कि बीते वर्षों में अनेकों  बार इस रोड़ को पक्का किया गया था। परंतु गुणवता के अभाव में एक साल में ही सड़क में गड्ढे पड़ जाते हैं। जिससे वाहन धारकों बहुत गाड़ी चलाने में बहुत दिक्कत पेश आती है। यशवंतनगर -नेरीपुल-छैला मार्ग से हर वर्ष शिमला जिला के कोटखाई, जुब्बल, रोहड़ू क्षेत्र का सेब इस मार्ग के माध्यम से प्रदेश व देश की विभिन्न मंडियों में पहंुचता है। सड़क की दयनीय स्थिति होने के कारण हर वर्ष सेब व टमाटर सीजन के दौरान काफी हादसे पेश आते हैं।

जिसके चलते प्रशासन द्वारा धमून से लेकर नेरीपुल सड़क को एक्सीडेंटल जोन घोषित किया गया है। बरसात में इस सड़क पर गड्ढे और सामान्य मौसम के दौरान सड़क से उड़ने वाली धूल यात्रियों को बहुत परेशान करती थी । अधीशासी अभियंता लोनिवि मंडल राजगढ़ नरेंद्र वर्मा ने बताया कि सड़क पर अभी बीएमएस बिछाई गई है । दूसरी परत आगामी मार्च में डाली जाएगी । अधिक ओस इत्यादि के कारण बजरी उखड़ जाती है।


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