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पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के बाद खादों के दाम बढ़ाकर केंद्र सरकार किसानाें पर कर रही अत्‍याचार: अजय महाजन

किसानों की आय दुगनी करने के झूठे सपने दिखाने वाली केंद्र सरकार ने अब खाद के दामों में दोगुणा वृद्धि कर किसानों पर एक और बहुत बड़ा प्रहार किया है। पहले पेट्रोल डीजल और रसोई गैस के मूल्यों की भारी बढ़ोतरी की गई।

By Richa RanaEdited By: Published: Sat, 10 Apr 2021 05:01 PM (IST)Updated: Sat, 10 Apr 2021 05:01 PM (IST)
पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के बाद खादों के दाम बढ़ाकर केंद्र सरकार किसानाें पर कर रही अत्‍याचार: अजय महाजन
अब खाद के दामों में दोगुणा वृद्धि कर किसानों पर एक और बहुत बड़ा प्रहार किया है।

 नूरपुर, जेएनएन। किसानों की आय दुगनी करने के झूठे सपने दिखाने वाली केंद्र सरकार ने अब खाद के दामों में दोगुणा वृद्धि कर किसानों पर एक और बहुत बड़ा प्रहार किया है। पहले पेट्रोल , डीजल और रसोई गैस के मूल्यों की भारी बढ़ोतरी की गई और अब खादों के दाम सातवें आसमान पर पहुंचा कर किसान विरोधी होने का सबूत दे दिया है।

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जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजय महाजन ने शनिवार को पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि केंद्र सरकार का हर फैसला किसान वर्ग को कुचलने वाला रहा है। बढ़ती कीमतों से किसान की लागत दो गुणा जरूर बढ़ गई है लेकिन आमदन लगातार घटती जा रही है। देश का अन्नदाता तीन कृषि बिलों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चे पर डटा हुआ है। आंदोलन में करीब 300 किसान शहीद हो गए लेकिन केंद्र सरकार पूरी तरह संवेदनहीन बनकर पूंजीपतियों की पैरोकार बनी हुई है।

महाजन ने कहा कोविड काल में किसान की आर्थिक हालत पहले ही बुरी तरह प्रभावित हुई है । सरकार ने पहले तीन काले कृषि कानून किसानों पर थोपे , फिर डीजल , पेट्रोल मूल्यों की भारी वृद्वि कर भारी अतिरिक्त खर्च बढ़ाया और अब खाद की कीमतों को दोगुनी पहुंचाकर कड़ा प्रहार किया है। महाजन ने प्रदेश सरकार पर भी प्रहार करते हुए कहा कि पठानकोट मंडी फोरलेन योजना के कारण नूरपुर क्षेत्र के करीब चार हजार लोग व किसान प्रभावित हो रहे हैं वह पिछले तीन सालों से संसद द्वारा पारित भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 के मुताबिक मुआवजे की मांग करते हुए संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन सत्ता के नशे में चूर प्रदेश सरकार 1956 के एक्ट को थोपकर कौड़ियों के भाव जमीन को छीनने पर आमादा है।

महाजन ने आरोप लगाया कि तीन साल पहले नूरपुर क्षेत्र के कुछ हिस्सों पर बाढ़ के कारण किसानों की फसलों समेत भूमि बह गई पिछले साल नूरपुर क्षेत्र में हुई भारी ओलावृष्टि के कारण किसानों बागवानों की आम , गेहूं की फसल और सब्जियों का भारी नुकसान हुआ। सरकार ने नाटकीय अंदाज में नुकसान का फौरन आकलन तो करवाया लेकिन राहत के नाम पर आजतक कुछ भी प्रभावितों को एक धेला तक प्रदान नहीं किया । महाजन ने कहा केंद्र और प्रदेश सरकार से हर वर्ग दुखी हो चुका है।

कांग्रेस जिम्मेदार विपक्ष होने के नाते सरकार की तानाशाही के खिलाफ जंग जारी रखेगी। प्रदेश में अभी हाल ही में सम्पन्न हुए नगर निगम चुनावों में कांग्रेस की जीत ने भाजपा को ट्रेलर दिखा दिया है और 2022 के विधानसभा चुनावों में जनता इस जन विरोधी सरकार को पूरी तरह उखाड़कर फेंकेगी ।


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