जोगेंद्रनगर अस्पताल में एक साल बाद शुरू होंगे सिजेरियन प्रसव, गायनी विशेषज्ञ ने संभाला कार्यभार
सिविल अस्पताल जोगेंद्रनगर में एक साल बाद फिर से गर्भवती महिलाओं के सिजेरियन प्रसव का सिलसिला शुरू होगा। प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने सौ बिस्तरों वाले अस्पताल में एक साथ दो स्त्री विशेषज्ञ चिकित्सकों की सौगात दी है। इससे पटरी से उतरी स्वास्थ्य सुविधाएं फिर से दुरूस्त होगी।
जोगेंद्रनगर,राजेश शर्मा। सिविल अस्पताल जोगेंद्रनगर में एक साल बाद फिर से गर्भवती महिलाओं के सिजेरियन प्रसव का सिलसिला शुरू होगा। प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने सौ बिस्तरों वाले अस्पताल में एक साथ दो स्त्री विशेषज्ञ चिकित्सकों की सौगात दी है। इससे पटरी से उतरी स्वास्थ्य सुविधाएं फिर से दुरूस्त होगी। गर्भवती महिलाओं को सिजेरियन प्रसव के लिए शहर के बाहर बड़े अस्पतालों में दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। इसी अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की हर बिमारी का उपचार होगा।
अस्पताल में ब्लड बैंक को भी जल्द स्थापित किया जा रहा है ताकि सिजेरियन प्रसव के दौरान अगर ब्लड की जरूरत पड़ती है तो उसे भी पूरा कर दिया जाएगा। अस्पताल में स्त्री विशेषज्ञ के न होने के कारण करीब एक साल से सीजेरियन प्रसव ठप्प पड़े हैं। गर्भवती महिलाओं को अधिक दिक्कतें झेलनी पड़ रही है। आलम यह है कि साधारण प्रसव पीड़ा पर भी महिलाओं को टांडा और मंडी स्थित बड़े अस्पताल में रैफर करना पड़ रहा है। बरसात के मौसम में खस्ताहाल सड़कें और बंद पड़े मार्ग भी गर्भवती महिलाओं की प्रसव पीड़ा को बढ़ा रहे थे।
अब अस्पताल को एक साथ दो स्त्री विशेषज्ञ चिकित्सकों की सौगात मिली है। जोगेंद्रनगर उपमंडल के चौंतड़ा से सबंध रखने वाली डाॅ तेंजिन टोसोमो ने अस्पताल में कार्यभार संभाल लिया है वहीं मंडी जिला के सरकाघाट से सबंध रखने वाली डाॅ सोनाली भी जल्द इसी अस्पताल में गायनी विशेषज्ञ के पद का कार्यभार संभालेगी। वर्ष 1940 के नागरिक अस्पताल जोगेंद्रनगर में स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सक के न होने के कारण गर्भवती महिलाओं के प्रसव का ग्राफ भी 80 प्रतिशत गिर चुका है। जिस अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सक की तैनाती के दौरान प्रतिमाह 45 से 50 प्रसव और सिजेरियन प्रसव हुआ करते थे।
वहां बड़ी मुश्किल से पांच से दस सामान्य प्रसव ही हो पा रहे थे। अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की सुविधाओं की बात करें तो लेबर और ओटी रूम सुविधा के अलावा न्यू बोर्न सिक युनिट (एनबीएसयू) उपलब्ध है। केएमसी व गायनी वार्ड के अलावा सर्जन विशेषज्ञ और एनास्थिजिया विशेषज्ञ चिकित्सक भी मौजूद हैं लेकिन गायनी विशेषज्ञ चिकित्सक न होने के कारण तमाम सुविधाएं भी सफेद हाथी बनकर रह गई थी। लेकिन अब अस्पताल में स्त्री विशेषज्ञ चिकित्सक ने कार्यभार संभाल लिया है। ऐसे में उपरोक्त तमाम सुविधाओं का लाभ गर्भवती महिलाओं को मिलेगा।
वरिष्ठ चिकित्साधिकारी नागरिक अस्पताल जोगेंद्रनगर डाॅ रोशन लाल कौंडल ने कहा कि सिविल अस्पताल जोगेंद्रनगर में दो स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सक की तैनाती के आदेश हुए हैं इनमें एक चिकित्सक ने कार्यभार संभाल लिया है। जिसका लाभ गर्भवती महिलाओं को मिलेगा।