बर्फबारी के बीच पुलिस व बीआरओ जवानों ने बारालाचा दर्रे से लेह भेजा 117 वाहनों का काफिला, देखिए तस्वीरें
Manali Leh Road बारालाचा में बर्फबारी के कारण चार अप्रैल से कुल्लू व लाहुल में फंसे लेह के लोग 13 दिन बाद घर पहुंच गए हैं। शुक्रवार को दारचा से 117 यात्री वाहन जिनमें 22 टेंपो ट्रैवलर भी शामिल थे को सरचू की ओर बारालाचा दर्रे से सुरक्षित पार करवाया।
मनाली, जसवंत ठाकुर। Manali Leh Road, बारालाचा में बर्फबारी के कारण चार अप्रैल से कुल्लू व लाहुल में फंसे लेह के लोग 13 दिन बाद घर पहुंच गए हैं। दारचा में फंसे झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश व नेपाल के 200 से अधिक मजदूर भी सुरक्षित लेह पहुंच गए हैं। लाहुल-स्पीति पुलिस ने लेह पुलिस के साथ तालमेल बिठाकर बीआरओ की मदद से शुक्रवार को दारचा से 117 यात्री वाहन जिनमें 22 टेंपो ट्रैवलर भी शामिल थे को सरचू की ओर बारालाचा दर्रे से सुरक्षित पार करवाया। हालांकि टैंकर व राशन लेकर जा रहे ट्रक चालकों को अभी राहत नहीं मिली है। लेकिन लेह के ग्रामीणों को बीआरओ व पुलिस टीम ने सुरक्षित बारालाचा के पार भेजने में अहम भूमिका निभाई है। वीरवार आधी रात को रेस्क्यू कर केलंग सराय व जिनजिंगबार में ठहराए 37 लोगों के साथ कुल 41 लोग भी सुरक्षित दारचा पहुंच गए हैं।
लेह जाने वाले सभी लोग चार अप्रैल की दोपहर मनाली-लेह नेशनल हाईवे के अचानक बंद होने के बाद वे हिमाचल प्रदेश में फंसे हुए थे। बीआरओ ने 28 मार्च को लेह मार्ग बहाल कर रिकॉर्ड तो बना दिया। लेकिन बारालाचा की तरफ सड़क की हालत नहीं सुधार पाया। जिसका खामियाजा लोगों व वाहन चालकों को भुगतना पड़ा। हालांकि वीरवार व शुक्रवार की रात को बीआरओ व पुलिस जवानों की बदौलत ही लोग व वाहन चालक सुरक्षित घर पहुंच पाए हैं। लेकिन सड़क की खस्ता हालत सभी पर भारी पड़ी है।
लेह से मनाली पहुंचे वाहन चालक दोरजे व रोकी का कहना है कि बीआरओ ने हालांकि मनाली लेह मार्ग बहाल कर लिया है। लेकिन पतसेउ से सरचू तक सड़क की हालत खस्ता है। उनका कहना है कि बर्फ़ीली हवाएं भी राहगीरों की दिक्कत बढ़ा रही हैं, जिससे सफर जोखिमभरा है। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि सड़क की हालत सुधरने का इंतजार करें तथा कुछ दिन लेह जाने की जल्दबाजी न करें।
लेह जाने वाले देश विदेश के पर्यटकों को अभी इंतजार करना होगा। बीआरओ ने अभी दारचा व लेह में फंसे लोगों व वाहन चालकों के लिए ही आपात स्तिथि में रास्ता खोला है। बीआरओ की माने तो मौसम साफ रहने की सूरत में एक सप्ताह के भीतर सड़क पर सफर सुरक्षित होने के साथ-साथ सुहाना भी हो जाएगा। इसलिए लेह जाने वाले पर्यटकों को सप्ताह तक इंतजार करना होगा।
एसपी लाहुल स्पीति मानव वर्मा ने कहा कि शनिवार पूरा दिन रेस्क्यू ऑपरेशन चला। 14 घंटे से अधिक समय तक बीआरओ और पुलिस के जवान रोहतांग दर्रे पर डटे रहे। उन्होंने कहा आधी रात 12 बजे तक वाहन चालकों की मदद कर उन्हें सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया। उन्होंने बताया लेह पुलिस ने वाहनों के सुरक्षित लेह पहुंचने की पुष्टि की है।
बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया बारालाचा दर्रे में रुक-रुककर बर्फबारी हो रही है। साथ ही बर्फ़ीली हवाएं चल रही हैं। विपरीत मौसम में भी बीआरओ के जवान सड़क में ट्रैफिक को सुचारू रखे हुए हैं। बारालाचा दर्रे में ट्रैफिक सुचारू रखने को बीआरओ ने जिंगजिंगबार व सरचू में कैंप स्थापित किए है। जल्द ही पर्यटक व राहगीर मनाली-लेह मार्ग पर सुहाने सफर का आनंद ले सकेंगे।