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शहीद संजीवन के घर अपने खर्च से पानी पहुंचाएंगे शांता कुमार, घोषणाओं पर अमल न होने पर जताया दुख

हवलदार संजीवन राणा के नाम पर घोषणाएं पूरी न होने के समाचार पर भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने चिंता जताई है।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Sun, 05 Jan 2020 01:57 PM (IST)Updated: Sun, 05 Jan 2020 04:12 PM (IST)
शहीद संजीवन के घर अपने खर्च से पानी पहुंचाएंगे शांता कुमार, घोषणाओं पर अमल न होने पर जताया दुख
शहीद संजीवन के घर अपने खर्च से पानी पहुंचाएंगे शांता कुमार, घोषणाओं पर अमल न होने पर जताया दुख

पालमपुर, जेएनएन। दो जनवरी, 2016 को पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले में शहीद हुए शाहपुर उपमंडल के सियुंह निवासी हवलदार संजीवन राणा के नाम पर घोषणाएं पूरी न होने के समाचार पर भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने चिंता जताई है। साथ ही स्पष्ट किया है कि उन्होंने हैंडपंप लगाने के लिए तीन लाख रुपये सांसद निधि से दिए हैं।

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यहां तक कि विभाग ने भी अपने जवाब में स्पष्ट किया है कि उक्त धन को खर्च किया गया है। लेकिन समाचार के मुताबिक हैंडपंप नहीं लगा है। ऐसे में उन्होंने विभाग की ओर से सौंपी रिपोर्ट की उपायुक्त से जांच की मांग की है। जांच का विषय है कि झूठी रिपोर्ट विभाग ने क्यों दी। उन्होंने कहा कि मैंने स्वयं शहीद के घर जाकर पानी पहुंचाने का वादा किया था। इसके लिए राशि भी दी थी, लेकिन आज तक काम नहीं हुआ यह दुख की बात है। उन्होंने उक्त तीन लाख की राशि से परिवार को पेयजल मुहैया करवाने का उपायुक्त से आग्रह किया है।

साथ ही कहा कि यदि उक्त राशि इधर-उधर हुई है तो शहीद के परिवार को अपनी जेब से तीन लाख रुपये देकर पानी दूंगा। शहीद परिवार से किए शेष वादों को सरकार पूरा करे। शहीद के स्वजनों ने समाचारपत्र के माध्यम से सरकार की घोषणाएं पूरी न होने पर रोष जताया है। शहीद के नाम अन्य घोषणाओं में परिवार के एक सदस्य को नौकरी, छतड़ी कॉलेज का नामकरण शहीद के नाम से करना, गांव में पार्क व प्रतिमा की स्थापना, शहीद के नाम पर ट्यूबवेल व हैंडपंप की स्थापना आदि शामिल हैं।

कौन हैं संजीवन राणा

शाहपुर उपमंडल के सियूंह निवासी हवलदार संजीवन राणा वर्ष 2007 में डोगरा रेजिमेंट से सेवानिवृत्ति के बाद डिफेंस सिक्योरिटी कोर (डीएससी) में भर्ती हुए थे। उन्हें पठानकोट एयरबेस पर तैनात किया गया था। दो जनवरी 2016 को एयरबेस पर आतंकी हमले में आतंकियों का सामना करते हुए पांच गोलियां लगने से शहीद हुए थे।


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