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भाजपा ने एससी समुदाय से पहला प्रदेश अध्‍यक्ष किया नियुक्‍त, जानिए सुरेश कश्‍यप का अब तक का सफर

Hiamchal BJP President भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष पद पर पहली बार एससी समुदाय से शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद एवं पच्छाद विस क्षेत्र के पूर्व विधायक सुरेश कश्यप की नियुक्त की है।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Wed, 22 Jul 2020 04:53 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jul 2020 04:53 PM (IST)
भाजपा ने एससी समुदाय से पहला प्रदेश अध्‍यक्ष किया नियुक्‍त, जानिए सुरेश कश्‍यप का अब तक का सफर
भाजपा ने एससी समुदाय से पहला प्रदेश अध्‍यक्ष किया नियुक्‍त, जानिए सुरेश कश्‍यप का अब तक का सफर

नाहन, राजन पुंडीर। भाजपा ने दो माह से रिक्त चल रहे प्रदेश अध्यक्ष पद पर पहली बार एससी समुदाय से शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद एवं पच्छाद विस क्षेत्र के पूर्व विधायक सुरेश कश्यप की नियुक्त की है। नाहन के विधायक डॉ. राजीव बिंदल के बाद सुरेश कश्यप जिला से दूसरे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बने हैं। सुरेश कयश्प ने एयरफोर्स से सेवानिवृत होने के बाद वर्ष 2005 में पच्छाद बीडीसी के बजगा वार्ड से राजनीतिक सफर शुरू किया था। वर्ष 2006 में भाजपा एससी मोर्चा के जिला अध्यक्ष बने। इस पद पर 2009 तक रहे। 2009 में भाजपा एससी मोर्चा के प्रदेश महासचिव बने और इस पद पर 2012 तक कार्य किया।

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वर्ष 2007 में पहली बार भाजपा की टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ा, जिसे वह हार गए।  2012 में दूसरी बार भाजपा की टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ा और पहली बार जीतकर विधानसभा पहुंचे।  2017 में तीसरी बार विधानसभा का चुनाव लड़ा और दूसरी बार जीतकर विधानसभा पहुंचे। पच्छाद विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के सुरेश कश्यप ने कांग्रेस के दिग्गज नेता व सात बार के विधायक जीआर मुसाफिर को हराकर वर्षों के बाद इस सीट पर भाजपा को विजय दिलाई।

मई 2019 में पहली बार शिमला संसदीय क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव लड़ा व भारी मत से जीत हासिल की। जुलाई 2020 में हिमाचल भाजपा के अध्यक्ष बने हैं। दूसरी बार विधायक बनने पर पार्टी ने सुरेश कश्यप को प्रदेश विधानसभा की सामान्य विकास समिति का चेयरमैन भी बनाया है। इसके अलावा कल्याण व आचार समिति के विधानसभा में सदस्य भी रहे हैं।

सुरेश कश्यप का जन्म 23 मार्च 1971 को बजगा पंचायत के पपलाहं गांव में माता शांति देवी व पिता चंमेल सिंह के घर हुआ। सुरेश कश्यप ने अपनी प्राथमिक व मिडल शिक्षा गागल शिकोर स्कूल व उच्च शिक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सराहां से की। स्नातक व पीजी दिल्ली विवि से नौकरी के दौरान की है।  24 अप्रैल 1988 को सुरेश कश्यप एयरफोर्स में सिपाही के पद पर भर्ती हुए, जहां पर उन्होंने साढे 16 वर्षों तक सेवाएं दी। उसके बाद वर्ष 2004 में एयरफोर्स से एसएनसीओ के पद से सेवानिवृत्त हुए। एयर फोर्स में नौकरी के दौरान ही उच्च शिक्षा को जारी रखा। इस दौरान उन्होंने लोक प्रशासन में एमए, अंग्रेजी व टूरिजम में पोस्ट ग्रेजुएशन, बीएड सहित पीजीडीसीए में डिप्लोमा किया है।

एयर फोर्स से सेवानिवृत्त होने के बाद लोक प्रशासन में एमफिल किया। सुरेश कश्यप 10 मई 1997 को नाहन को रजनी के साथ परिणय सूत्र में बंधे थे। इनका एक बेटा विपुल कश्यप जेपी यूनिवर्सिटी वाकनाघाट से कंप्यूटर साइंस विषय में बीटेक कर रहा है। सुरेश कश्यप की दो बहनें हैं। एक बहन कमलेश चौहान टीचर है। दूसरी बहन श्यामा कुमारी नाहन नगर परिषद में पार्षद हैं। सुरेश कश्यप की पत्नी रजनी कश्यप नाहन वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में अध्यापिका हैं।


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