हिमाचल में बर्ड फ्लू संक्रमण नियंत्रण में, तीन दिन में नहीं हुई एक भी पक्षी की मौत, पौंग बांध में रहेगी निगरानी
Himachal Bird Flu Update हिमाचल प्रदेश ने बर्ड फ्लू संक्रमण के नियंत्रण में सफलता मिलने लगी है। पिछले तीन दिन में कांगड़ा के पौंग बांध क्षेत्र में एक भी पक्षी की मौत नहीं हुई है। पशुपालन व वन विभाग संयुक्त तौर पर विदेशी पक्षियों पर निगरानी जारी रखेंगे।
धर्मशाला/शिमला, जेएनएन। Himachal Bird Flu Update, हिमाचल प्रदेश ने बर्ड फ्लू संक्रमण के नियंत्रण में सफलता मिलने लगी है। पिछले तीन दिन में कांगड़ा के पौंग बांध क्षेत्र में एक भी पक्षी की मौत नहीं हुई है। हालांकि अब भी पशुपालन व वन विभाग संयुक्त तौर पर महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए विदेशी पक्षियों पर निगरानी जारी रखेंगे। महामारी दिसंबर के अंतिम सप्ताह में फैली थी। इस कारण इन पक्षियों की गणना का काम भी नहीं हो पाया था। प्रदेश में यह महामारी पहली बार फैली थी। इसे देखते हुए भारतीय वन्य प्राणी संस्थान देहरादून के विशेषज्ञों की टीम ने पौंग बांध क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने भी रोग की रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की थी। बर्ड फ्लू से पांच हजार से अधिक विदेशी परिंदों की मौत हो चुकी है।
कब आया था पहला मामला
पौंग बांध क्षेत्र में 29 दिसंबर को पांच विदेशी पक्षियों की मौत का पहला मामला सामने आया था। अगले ही दिन 419 पक्षी मृत पाए गए। इसके बाद रोजाना मौतें हुईं। कांगड़ा में अन्य वन्य पक्षियों की मौत का पहला मामला सात जनवरी को आया था। तब कुल 64 पक्षी मृत पाए गए थे। उसी दिन बिलासपुर में भी 16 पक्षियों की मौत हुई थी। ये कौए थे।
कहां से आते हैं परिंदे
सेंट्रल एशिया फ्लाई से विदेशी परिंदे हिमाचल की उड़ान भरते हैं। साईबेरिया से लेकर रूस, चीन, कोरिया, आदि से कांगड़ा जिले के पौंग झील में आते हैं। हर साल नवंबर में करीब डेढ़ लाख पक्षी यहां आते हैं। 2019 में 133 प्रजातियों के 1.37 लाख विदेशी मेहमान आए थे। मार्च में ये वापस अपने देशों को लंबी उड़ान भरते हैं। पहली बार ये संक्रमण के शिकार हुए हैं।
पक्षियों पर निगरानी जारी
पीसीसीएफ वन्य प्राणी विंग अर्चना शर्मा का कहना है पिछले तीन दिन से एक भी पक्षी की मौत नहीं हुई है। बावजूद इसके वन विभाग पक्षियों पर निगरानी जारी रखेगा। पांच हजार से अधिक पक्षियों की मौत चिंताजनक है, लेकिन हमने रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास किए।