Good News: बाइक मैकेनिक ने बेकार पड़े कलपुर्जों से बना दिया पॉवर टिलर, जानिए क्या रही लागत
Power Tiller सतपाल सिंह निवासी नकी परागपुर ने भूमि को जोतने का संकल्प किया तो खेती करने के लिए खुद ही ट्रिलर भी बना डाला।
परागपुर, हरभजन सिंह भाटिया। आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की कल्पना को सार्थक करने के प्रयास सभी अपने-अपने स्तर पर कर रहे हैं। इस कल्पना को सार्थक करने के लिए कृषि का भी एक व्यापक क्षेत्र है। प्राचीन समय में जब बैलों से खेती करते थे तो खेत के लिए खाद व कीटनाशक की आवश्यकता नहीं होती थी। गोबर को खाद व पशु मूत्र को कीटनाशक के रूप में प्रयोग किया जाता था। पशुओं को परिवार की आर्थिकी का सुदृढ़ आधार भी माना जाता रहा है। लेकिन अब पशुधन के अभाव व छोटे- छोटे खेतों में हर स्थान पर ट्रैक्टर से खेती संभव नहीं है।
लेकिन ऐसे में लॉकडाउन के दौरान सतपाल सिंह निवासी नकी परागपुर ने उन लोगों के लिए कुछ ऐसा भी कर दिखाया जो बैल या फिर ट्रैक्टर के अभाव में खेती नहीं कर पाते थे। उन्होंने भूमि को जोतने का संकल्प किया तो खेती करने के लिए खुद ही ट्रिलर भी बना डाला। पेशे से बाइक मैकेनिक सतपाल ने स्कूटर के इंजन व बाइक के कलपुर्जे से एक ट्रिलर बना डाला।
बाजार में नए ट्रिलर की कीमत 75 से 80 हजार रुपये है तो ऐसा ही ट्रिलर उन्होंने मात्र 15 हजार रुपये में तैयार कर दिया। सतपाल सिंह ने बताया अपनी ढाई कनाल की भूमि को जोतने के लिए उनसे बारह सौ रुपये मांगे गए थे, लेकिन अपनी मेहनत से व परिश्रम से इसे मात्र 200 रुपये से कर दिखाया है। सतपाल सिंह भाटिया ने कहा आगे हम और तकनीक पर काम करने की सोच रहे हैं, जिससे किसान अपनी खेती को और आसान तरीके से कर सकें।